By Priyanka Pal03, Dec 2024 02:38 PMjagranjosh.com
मध्य प्रदेश का 8वां टाइगर रिजर्व
हाल ही में मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले का माधव नेशनल पार्क 8वां टाइगर रिजर्व बन गया है। NTCA यानी राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण ने इस पार्क को 1 दिसंबर को टाइगर रिजर्व के रूप में मंजूरी दे दी है।
संजय दुबरी टाइगर रिजर्व
रिजर्व विश्व प्रसिद्ध सफेद बाघ को 1951 में रीवा के तत्कालीन महाराजा मार्तंड सिंह ने खोजा था। 812.581 वर्ग किमी इसकी क्षेत्रफल है। टाइगर रिजर्व की स्थापना 1975 में की गई।
कान्हा टाइगर रिजर्व
साल 1955 में राष्ट्रीय उद्घान और 1973 में टाइगर रिजर्व घोषित किया गया। यह 80 बाघों का घर है और इस पार्क के क्षेत्रफल की बात की जाए जो कि 940 वर्ग किलोमीटर है।
पेंच टाइगर रिजर्व
सिवनी क्षेत्र मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में फैला हुआ है। यहां के कोर एरिया की बात करें तो वे 411.33 वर्ग किलोमीटर और बफर एरिया 768.3 वर्ग किलोमीटर है।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व
रॉयल बंगाल टाइगर की संख्या दुनिया में सबसे अधिक है। उमरिया जिले में मौजूद इस पार्क को सन् 1968 में टाइगर रिजर्व घोषित किया गया था।
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व
नर्मदापुरम जिले में मौजूद इस जगह का क्षेत्रफल 524 वर्ग किलोमीटर है। सन् 1981 में इसे टाइगर रिजर्व घोषित कर दिया गया था।
पन्ना टाइगर रिजर्व
यहां का क्षेत्रफल 576.13 वर्ग किमी में है। इसकी स्थापना 1981 में हुई थी। 1994 में टाइगर रिजर्व घोषित किया गया था।
नौरोदेही टाइगर रिजर्व
सागर दमोह, नरसिंहपुर जिले में मौजूद है। इसका क्षेत्रफल 23.97 वर्ग किमी है। इसे 20 सितंबर 2023 को टाइगर रिजर्व घोषित किया गया था।
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