ज्यादा बोलने वाले लोगों में होती हैं ये कमियां, ऐसे करें सुधार


By Mahima Sharan26, Sep 2024 12:33 PMjagranjosh.com

ज्यादा बोलने की आदत

जरूरत से ज्यादा बोलना भी पर्सनैलिटी पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। अगर आपको भी बहुत बोलने की आदत है, तो समय रहते इसे सुधार लें, क्योंकि ज्यादा बोलने वालों की बातों पर कोई भी विश्वास नहीं करता।

जागरूकता न होना

किसी समस्या को हल करने का पहला कदम जागरूक होना और ध्यान देना है। आत्म-चिंतन विकास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। किसी विषय पर बोलने से पहले उसके बारे में अच्छे से जानकारी इक्ट्ठा करें। चीजों को बिना समझे-जाने बोलने वालों को दुनिया बेवकूफ समझती हैं।

सुनने की खराब शक्ति

ज्यादा बोलने वाले लोगों में एक और बुरी आदत होती है कि वे दूसरों की बातों को नहीं सुनते हैं। कोई भी निर्णय लेने से पहले हमें सभी पक्षों की राय को सुनना और समझना चाहिए। आप तब-तक कोई शक्तिशाली निर्णय नहीं ले सकते जब-तक आप सभी पहलुओं को समझ नहीं जाते।

तैयार रहें

जब आप किसी चीज को लेकर तैयार नहीं होते है या बहुत ज्यादा नर्वस होते हैं, तब आप ज्यादा बोलना शुरू कर देते हैं। अपने विचारों को पहले से तैयार कर लें ताकि आप ट्रैक पर रहें और विषय से भटक न जाएं।

अभ्यास

अभ्यास एक औषधि की तरह की तरह काम करता है, जो बेहद ही फायदेमंद होता है। इंसान को बोलने से पहले उसका अभ्यास करना चाहिए। अपनी भाषा हमारे व्यक्तित्व के बारे में बताती है, इसलिए सही और सीमित शब्दों का चयन करना बेहद ही जरूरी है।

कम ही अधिक है

कुछ लोगों को ऐसा लगता है कि ज्यादा बोलने से वे बुद्धिमान लगते हैं, लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। ज्यादा बोलना बंद दिमाग होने की निशानी है, इंसान को कम बोलना चाहिए। वाक्यों में नहीं शब्दों में शक्ति होना चाहिए। इससे फर्क बिल्कुल भी नहीं पड़ता ही आप कितना बोलते हैं, फर्क तो इससे पड़ता ही की आपकी बात में कितना दम है।

अगर आपको भी ज्यादा बोलने की आदत है, तो समय रहते इसे सुधार लें। शिक्षा से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh के साथ

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