लोहड़ी पर मोहल्ले से लकड़ियां इकट्ठा करने की क्यों है अनोखी परंपरा?
By Mahima Sharan13, Jan 2025 12:29 PMjagranjosh.com
लोहड़ी का त्यौहार
लोहड़ी एक लोकप्रिय डोगरा और पंजाबी लोक त्योहार है जो मुख्य रूप से उत्तरी भारत में मनाया जाता है। लोहड़ी त्योहार के बारे में कई महत्व हैं और ये त्यौहार को डुग्गर क्षेत्र और पंजाब क्षेत्र से जोड़ते हैं। कई लोगों का मानना है कि यह त्योहार सर्दियों के संक्रांति के बीतने का प्रतीक है। लोहड़ी सर्दियों के अंत का प्रतीक है।
कब है लोहड़ी?
लोहड़ी माघ (मकर संक्रांति) से एक दिन पहले मनाई जाती है और इसकी तिथि हिंदू सौर कैलेंडर के अनुसार निर्धारित की जाती है। लोहड़ी की तारीख हर 70 साल में बदलती है। 19वीं सदी के अंत में, लोहड़ी 11 जनवरी को पड़ती थी। बता दें कि इस साल लोहड़ी का त्योहार देशभर में 13 जनवरी 2025 को मनाया जा रहा है।
क्या है परंपरा?
वैसे तो हम सभी जानते हैं कि लोहड़ी के मौके पर रात में लकड़ियां जलाई जाती है। लेकिन, क्या आप यह जानते हैं कि मोहल्ले के सभी घरों से लकड़ियां इकट्ठा करना एक रिवाज है? क्या आपको इसके पीछे का कारण पता है? अगर नहीं तो आज हम आपको लोहड़ी से जुड़ी कुछ जरूरी बातें बताएंगे।
कैसे मनाई जाती है लोहड़ी?
इस त्यौहार को अलाव जलाकर, त्यौहारी भोजन खाकर, नाच-गाकर और उपहार बांटकर मनाया जाता है। लोहड़ी की रस्में विशेष लोहड़ी गीतों के साथ निभाई जाती हैं। इस दिन लोग ढोल की थाप पर भांगड़ा और गिद्दा करते नजर आते हैं। सरसों का साग और मक्की की रोटी आमतौर पर लोहड़ी के खाने में मुख्य व्यंजन के रूप में परोसा जाता है। किसानों के लिए लोहड़ी का बहुत महत्व है।
क्यों इकट्ठा की जाती हैं लकड़ियां?
पंजाब के विभिन्न स्थानों पर, लोहड़ी से लगभग 10 से 15 दिन पहले, युवा और बच्चे पड़ोस में जाकर लोहड़ी की आग के लिए लकड़ियां एकत्रित करते हैं। कुछ स्थानों पर, वे अनाज और गुड़ जैसी वस्तुएं भी जोड़ते हैं जिन्हें बेचा जाता है, और बिक्री के पैसों को उन समूह में बांट दिया जाता है।
क्या है ट्रिक-ऑर-ट्रीट
पंजाब के कुछ भागों में, एक लोकप्रिय ट्रिक-ऑर-ट्रीट गतिविधि है जिसमें लड़के शामिल होते हैं। वे समूह के किसी सदस्य को चुनते हैं और उसके चेहरे पर राख लगाते हैं और उसकी कमर के चारों ओर एक रस्सी बांधते हैं। जिसके बाद उस व्यक्ति को निवारक के रूप में कार्य करना होता है, जो लोहड़ी की चीजें बचते हैं।
लोहड़ी का त्योहार देशभर में बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। शिक्षा से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh के साथ