क्या आप जानते हैं? अल्बर्ट आइंस्टीन से जुड़ी ये 8 खास बातें
By Priyanka Pal28, Feb 2024 03:45 PMjagranjosh.com
अल्बर्ट आइंस्टीन
दुनिया के सबसे बुद्धिमान साइंटिस्ट थे आइंस्टीन। अल्बर्ट आइंस्टीन को उनके समीकरण E = mc 2 के लिए जाना जाता हैउन्हें फोटोइलेक्ट्रिक प्रभाव की खोज के लिए भी जाना जाता है। जिसके लिए उन्होंने 1921 में भौतिकी के लिए नोबेल पुरस्कार जीता था।
एजुकेशन
12 साल की उम्र में उन्होंने खुद ही ज्योमेट्री सीखी। 16 साल की उम्र में वह इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के लिए एग्जाम में फेल हो गए। आगे उन्होंने गणित और भौतिकी का अध्ययन करने का निर्णय लिया ताकि वह एक टीचर बन सकें।
जन्म
जिज्ञासा ही आपके आने वाले कल का निर्माण करती है। अल्बर्ट आइंस्टीन का जन्म 14 मार्च 1889 में जर्मनी में हुआ था। वे सिर्फ जर्मन के ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में जाने - जाने वाले साइंटिस्ट बने।
सवाल
अल्बर्ट आइंस्टीन के दिमाग में हमेशा बहुत सारे सवाल हुआ करते थे। उन्हीं सवालों के जवाब तलाशते - तलाशते वे जीवन में काफी आगे निकले। इतनी डिस्कवरी की जिन्हें सारी दुनिया आज जानती है।
सबसे अलग सोचना
आइंस्टीन हमेशा सबसे अनोखा सोचते थे। हमेशा रचनात्मक सोच रखते थे। अपनी उम्र के बच्चों से ज्यादा जानकारी उनके पास थी। मैथ्स और साइंस में उन्हें बहुत दिलचस्पी थी।
बुद्धिमान
वे दुनिया के सबसे बुद्धिमान व्यक्ति थे। जिन्होंने थ्योरी ऑफ रिलेटीविटी दी। जिसे आज भी साइंस में बहुत बारीकी से पढ़ा जाता है। उन्होंने बहुत से महत्वपूर्ण सिद्धांत दिए। उनके काम इतने बड़े रहे कि दुनिया उन्हें कभई भूल नहीं सकती।
मुसीबत का सामना
अल्बर्ट आइंस्टीन जिन्हें हम जीनियस के तौर पर जानते हैं। वे इतने महान और बुद्धिमान तभई कहलाए जब वे गलतियां करते थे। फिर उनसे सीखकर कुछ नया कर पाते थे। वह मैथ्स को सोल्व करने में लगे रहते थे, और तब तक नहीं रूकते थे जबतक सही आंसर न आ जाए।
ज्ञान
जो भी जानकारी आइंस्टीन ने जुटाई उसी से उन्होंने सक्सेस पायी। वे 10 - 10 घंटे सोते थे। काम को भी सीरियस होकर किया करते थे। काम के लिए उनकी सच्ची निष्ठा ने ही उन्हें दुनिया का सबसे बड़ा विज्ञानिक बना दिया।
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