अमेरिका में पढ़ाई के लिए क्यों जरूरी है GRE Exam?


By Mahima Sharan24, Nov 2024 03:51 PMjagranjosh.com

टॉप कॉलेजों में एडमिशन

दुनिया के बड़े विश्वविद्यालय अमेरिका में मौजूद हैं, जहां 10 लाख से ज़्यादा छात्र पढ़ रहे हैं। लाखों भारतीय छात्र भी अमेरिकी विश्वविद्यालयों में अपनी डिग्री प्राप्त कर रहे हैं। अमेरिकी संस्थानों में एंट्री पाना बहुत मुश्किल है, क्योंकि उनमे एडमिशन दर बहुत कम है।

क्या है GRE Exam

अगर टॉप विश्वविद्यालयों की बात करें, तो उनकी एडमिशन रेट 10 प्रतिशत से भी कम है। विश्वविद्यालयों में एडमिशन पाना इसलिए इतना चुनौतीपूर्ण है क्योंकि छात्रों को कई तरह के टेस्ट स्कोर दिखाने होते हैं। हर विश्वविद्यालय में एडमिशन किए जाने वाले टेस्ट स्कोर अलग-अलग होते हैं।

बहुत ही जरूरी है ये टेस्ट

अमेरिका में पढ़ने के लिए IELTS या TOEFL टेस्ट बहुत ही जरूरी है। दरअसल इस टेस्ट के जरिए छात्रों की अंग्रेजी भाषा पर पकड़ का पता चलता है। हालांकि, इंग्लिश टेस्ट के अलावा भी एक और परीक्षा होती है, जिसके स्कोर के आधार पर एडमिशन मिलती है।

GRE टेस्ट क्या है?

GRE टेस्ट की ज़िम्मेदारी 'एजुकेशनल टेस्टिंग सर्विस' के पास होती है। इसके जरिए ही यह समझा जाता है कि छात्र पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई के लिए कितना तैयार है।

अमेरिका में एडमिशन पाने के लिए महत्वपूर्ण

अमेरिका में पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स और एमबीए में एडमिशन के लिए GRE टेस्ट जरूरी है। कुछ कोर्स में एडमिशन के लिए छात्रों को GRE टेस्ट के साथ-साथ GRE सब्जेक्ट टेस्ट भी देना होता है।

फीस कितनी है?

फिजिक्स, साइकोलॉजी और मैथमेटिक्स जैसे कोर्स में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री पाने के लिए छात्रों को GRE सब्जेक्ट टेस्ट स्कोर की जरूरत होती है।GRE जनरल टेस्ट की फीस 22,550 रुपये है वहीं, सब्जेक्ट टेस्ट की फीस 14,500 रुपये है।

GRE Exam अमेरिका में एडमिशन पाने के लिए बेहद ही जरूरी है। शिक्षा से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh के साथ 

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