By Priyanka Pal05, Apr 2025 06:06 PMjagranjosh.com
क्या आप जानते हैं
क्या आपने कभी कुंवारे किले के बारे में सुना है यदि नहीं तो आज इस वेब स्टोरी में जानिए राज्यथान के कुंवारे किले के बारे में।
राजस्थान के किले
राजस्थान का हर किला किसी न किसी रियासत की कहानी बयां करता है। इन्हीं में से एक है अलवर का बाला किला, जिस पर मुगलों, मराठों और जाटों का शासन रहा है।
अलवर का बाला किला
दरअसल, अलवर के बाला किले को खास दुश्मन पर गोलियां बरसाने के लिए तैयार किया गया था।
पर्यटन स्थल
इस किले पर कभी युद्ध नहीं होने के कारण इसे कुंवारा किला भी कहते हैं। मौजूदा दौर में यह पर्यटन स्थल के रूप में जाना जाता है।
खासियत
ये माना जाता है कि इस किले का निर्माण 1492 में हसन खान मेवाती ने शुरू करवाया था। 1775 में इस किले पर माहाराव राजा प्रताप सिंह का राज था, जिन्होंने अलवर की स्थापना की थी।
क्षेत्रफल
पहाड़ पर बना ये किला उत्तर से दक्षिण दिशा में करीब 5 किलोमीटर तक फैला है। वहीं, पूर्व से पश्चिम में इसकी लंबाई 1.6 किलोमीटर की है।
किले पर आने के लिए दरवाजे
किले में आने जाने के लिए कुल 6 दरवाजे थे। जिनके नाम जय पोल, सूरज पोल, लक्ष्मण पोल, चांद पोल, किशन पोल और अंधेरी पोल थे।
वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध
यह किला अपनी वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। अंदर से कई भागों में बंटा हुआ है। एक जगह से दूसरी जगह पहुंचने के लिए कई तरफ से सीढ़ियां हैं।
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