By Mahima Sharan09, Apr 2025 11:34 AMjagranjosh.com
करियर ऑप्शन
हर साल, हजारों छात्र अपनी आगे की पढ़ाई के लिए MBA और PGDM का रास्ता चुनते हैं, क्योंकि इसमें कई तरह के करियर ऑप्शन उपलब्ध हैं। अब ज्यादातर छात्रों के दिमाग में जो बात घूमती है वो है इन में से कौन सा कोर्स चुनें। इसके पहले की आप कोई भी कोर्स चुनें सबसे पहले दोनों कोर्स को गहराई से समझने की जरूरत है। आइए जानते हैं इन कोर्स के बारे में-
ग्रेजुएशन के बाद क्या करें
ग्रेजुएट होने के बाद, जो छात्र बिजनेस और मैनेजमेंट में अपना करियर बनाना चाहते हैं, वे अक्सर इस दुविधा में रहते हैं कि उन्हें कौन सा कोर्स करना चाहिए, जो उन्हें भविष्य में सबसे अच्छी नौकरी पाने में मदद कर सके। यह जानने के लिए, किसी को दोनों कोर्स के बीच के अंतरों को जानना चाहिए।
सरकारी और प्राइवेट कॉलेज
MBA एक मैनेजमेंट की डिग्री है, जो यूनिवर्सिटी द्वारा प्रदान की जाती है। PGDM का मतलब है मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा, जो आमतौर पर प्राइवेट यूनिवर्सिटी और कॉलेजों द्वारा प्रदान किया जाता है।
डिग्री और डिप्लोमा कोर्स
एमबीए और पीजीडीएम दोनों ही मैनेजमेंट के सबसे प्रसिद्ध कोर्स हैं। पढ़ाई के मामले में तो दोनों एक ही समान है, लेकिन एमबीए डिग्री कोर्स और पीजीडीएम एक डिप्लोमा कोर्स है।
थ्योरी और प्रैक्टिकल नॉलेज
एमबीए में आपको एकेडमिक और थ्योरेटिकल चीजों पर फोकस करने की आवश्यकता होती है। वहीं, पीजीडीएम में जॉब ओरिएंटेड और इंडस्ट्री के हिसाब सिलेबस के आधार पर पढ़ाई करनी होती है। एक थ्योरी बेस है, तो दूसरा प्रैक्टिकल बेस।
जॉब के लिए जरूरी स्किल
एमबीए प्रोग्राम में बिजनेस की थ्योरीज और मॉडल्स की गहरी समझ की जरूरत होती है। वहीं, PGDM में प्रैक्टिकल पर जोर दिया जाता है। वैसे आज के समय में कंपनियां प्रैक्टिकल स्किल्स और एक्सपीरियंस पर ज्यादा जोर दे रही है।
आप अपनी पसंद के अनुसार कोर्स चुन सकते हैं। शिक्षा से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh के साथ