By Priyanka Pal23, Apr 2025 05:59 PMjagranjosh.com
जनरल नॉलेज
भारत में नदियां धार्मिक आस्था का प्रतीक हैं, इसलिए उनकी पूजा की जाती है। आज इस वेब स्टोरी में जानिए हिमाचल प्रदेश की जीवन रेखा कहलाने वाली नदी के बारे मेँ।
क्या आप जानते हैं?
हिमालय की गोद में बसा हिमाचल प्रदेश कई नदियों से समृद्ध है। लेकिन क्या आप यहां बहने वाली एक ऐसी नदी का नाम बता सकते हैं, जिसे हिमाचल की जीवनरेखा कहा जाता है।
हिमाचल की जीवनरेखा
हिमाचल में बहने वाली व्यास नदी को अक्सर वहां की जीवनरेखा कहा जाता है। रोहतांग दर्रे से निकलने वाली यह नदी कुल्लू और मंडी की सुरम्य घाटियों से होकर बहती है।
नदी की लंबाई
ब्यास नदी का बेसिन 20,303 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है, जो अपने मार्ग के किनारे कई शहरों, कस्बों और गांवों को महत्वपूर्ण जल संसाधन प्रदान करता है।
कहां से गुजरती है नदी
व्यास नदी कुल्लू घाटी से दक्षिण की ओर बहती है, मंडी से गुजरती है और संधोल के पास कांगड़ा घाटी में प्रवेश करती है।
ऐतिहासिक महत्व
ब्यास नदी ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, विशेष रूप से 326 ईसा पूर्व में सिकंदर महान के भारत अभियान के दौरान। इसने उसकी विजय की सबसे पूर्वी सीमा को चिह्नित किया।
पौराणिक कथाओं में व्यास नदी
नदी का नाम संस्कृत शब्द विपाशा से लिया गया है, इसकी उत्पत्ति हिंदू पौराणिक कथाओं में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति वेद व्यास से जुड़ी हुई है।
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