By Priyanka Pal12, Aug 2023 02:31 PMjagranjosh.com
स्वतंत्रता दिवस -
इस 15 अगस्त को देश आजादी की 77वीं वर्षगांठ मनाने जा रहा है और इस ऐतिहासिक दिवस के दिन देशभर में भारतीय झंडे फहराए जाएंगे। क्या आपको पता है ये झंडे कहां बनाए जाते हैं ?
कहां बनता है झंडा -
कर्नाटक में हुबली शहर के बेंगेरी इलाके में स्थित कर्नाटक खादी ग्रामोद्योग संयुक्त संघ तिरंगा बनाकर तैयार करता है।
सर्टिफाइड -
यह ग्रामाद्योग आयोग की तरफ से सर्टिफाइड देश की एकमात्र ऑथराइज्ड नेशनल फ्लैग मैन्युफैक्चरिंग यूनिट है, जिसे आधिकारक रूप से भारतीय तिरंगा बनाकर तैयार करती है।
कितना पुराना है सिलसिला ?
कर्नाटक के इस संघ को ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स से सर्टिफिकेशन साल 2005-06 में मिला जिसके बाद इसने तिरंगा बनाना शुरू किया।
ऑफिशियल फ्लैग -
देश में जहां कहीं भी तिरंगे की आवश्यकता होती है, वहां इसी संघ से झंडे की सप्लाई की जाती है।
क्वालिटी -
KKGSS में बनने वाले तिरंगे की क्वालिटी को BIS चेक करता है, थोड़ी सी भी गड़बड़ी मिलने पर झंडे को रिजेक्ट कर दिया जाता है।
प्रावधान -
2002 फ्लैग कोड ऑफ इंडिया के प्रावधानों के अनुसार झंडे की मैन्युफैक्चरिंग में रंग, साइज या धागे को लेकर किसी भी तरह का डिफेक्ट एक बड़ा अपराध है।
मेहनत -
KKGSS के तहत तिरंगे बनाने से लेकर पैकिंग तक लगभग 250 लोग लगते हैं और इनमें लगभग 80 से 90 महिलाएं शामिल होती हैं।
तिरंगे का साइज -
सबसे छोटा 6*4 इंच का तिरंगा मीटिंग और कॉन्फ्रेन्स में टेबल पर रखने के लिए और VVIP कारों के लिए इसका आकार 9*6 इंच होता है।
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में 24 करोड़ के Teapot का नाम दर्ज