कहानियों से भरी पंचतंत्र की किताब इतनी पॉपुलर कैसे हुई? जानिए


By Priyanka Pal26, Sep 2023 11:05 AMjagranjosh.com

इतिहास

क्या आपको पता है पंचतंत्र की कहानियां 1600 साल पहले संस्कृत में लिखी गई थी और उनकी अहमियत आज के समय में भी काफी है।

क्यो पॉपुलर है ?

पंचतंत्र में ढेरों सारी कहानियों की भरमार है और इसकी प्रसिद्धी का कारण इसमें निहित प्रत्येक कहानी में दी गई सीख से है।

लेखक कौन थे ?

जब भारतीय साहित्य के बारे में जिक्र होता है तो पंचतंत्र को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। बहुत से लोग नहीं जानते पंचतंत्र की रचना विष्णु शर्मा ने की थी।

उत्पत्ति

माना जाता है कि पंचतंत्र की उत्पत्ति राजा अमरशक्ति के समय की है, जिनके बारे में कहा जाता है कि उन्होंने अपने बच्चों को अच्छे शासन कौशल सिखाने के लिए विद्वान विष्णु शर्मा को नियुक्त किया था।

कहानियां

कई ऐसी कहानी होती है जिनके शुरू होने से पहले ही बच्चे ऊब जाते हैं उनकी रुचि बनाने के लिए लेखक विष्णु शर्मा ने उन बाल कथाओं को अपनी पंचतंत्र में स्थान दिया जिससे बाल बुद्धि नैतिक मूल्यों से प्रेरणा ले सके।

उपयोगी

विभिन्न भागों की कहानियों से बच्चे सीखते हैं कि मित्रों से कैसा व्यवहार होना चाहिए, परिवार का जीवन में क्या स्थान है, परिश्रम एवं ईमानदारी का क्या महत्व है तथा संकट पड़ने पर अपनी बुद्धि से किस प्रकार समस्या का समाधान निकाला जाना चाहिए।

पंचतंत्र के 5 प्रकार

मित्र भेद, मित्र लाभ, सुहृदभेद, विग्रह और संधि इन पांच तत्वों से मिलकर लेखक विष्णु शर्मा ने अपनी पंचतंत्र की कहानियों की रचना की।

सबसे प्रसिद्ध कहानी

पंचतंत्र की सबसे प्रसिद्ध कहानी बंदर और मगरमच्छ की मानी जाती है जिसमें इन दोनों की दोस्ती की कहानी को विस्तार से बताया गया है।

विशेषता

पंचतंत्र कहानियों की विशेषता यह है कि ये बहुत छोटी है लेकिन उनमें समाज-नीति, शिक्षा, मनोरंजन और कहानीपन के कुतूहल का सम्मिश्रण इतने सुन्दर ढंग से हुआ है कि बालक मूल्यों के बारे में सीखता है।

बच्चों का विकास

पंचतंत्र की कथाएं मानव स्वभाव को समझने और सावधानीपूर्वक व्यवहार करने की समझ का विकास करती हैं। जो बच्चे के भविष्य के लिए समझ विकसित करने में सहायक है।

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