By Mahima Sharan16, Oct 2024 01:49 PMjagranjosh.com
रंगों का महत्व
हर रंग की अपनी कहानी होती है, जैसे सफेद रंग शांति का प्रतीक माना जाता है, वैसे ही पीला रंग दोस्ती और ताज़गी की शुरुआत के लिए जाना जाता है, जो खुशी और गर्मजोशी का एहसास कराता है। इसी तरह लाल रंग को प्यार के रंग के तौर पर देखा जाता है।
लाल रंग का संकेत
वहीं, भारत में इसे शुभता और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। यही वजह है कि वैलेंटाइन डे के दौरान बाजार लाल रंग से भरा रहता है। हालांकि, लाल रंग को खतरे का रंग भी कहा जाता है। खतरे से जुड़े संकेतों के लिए लाल रंग को क्यों चुना गया और कैसे? आइए जानते हैं इसके पीछे क्या वजह है।
क्या कहती है साइंस?
चाहे ट्रैफिक सिग्नल हो या दूसरे सिग्नल, लाल रंग का इस्तेमाल हमेशा अलर्ट करने के लिए किया जाता है। इसका वैज्ञानिक कारण है- प्रकाश का बिखराव।
सूरज की किरणें
दरअसल, सूरज की किरणें सफेद ही दिखाई देते हैं, लेकिन इस सफेद रोशनी में 7 रंग होते हैं। जब सूर्य की रोशनी वायुमंडल में मौजूद गैस और धूल के कणों पर पड़ती है, तो वे इसे सोख लेते हैं और हर दिशा में फैला देते हैं, विज्ञान में इसे प्रकाश का बिखराव कहते हैं।
ज्यादा डेंसिटी
जब सूर्य की रोशनी धरती पर पड़ती है, तो वह यहां मौजूद कणों से टकराकर फैलती है। नियमों के अनुसार, जिन रंगों की वेवलेंथ कम होती है, वे सबसे ज्यादा फैलते हैं। वहीं लाल रंग सबसे ज्यादा फैलता है, क्योंकि इसका वेवलेंथ अधिक होता है।
दूर से भी आती है नजर
सबसे कम डिस्पर्सन की वजह से लाइट की इंटेंसिटी कम नहीं होती और यह दूर से भी दिखाई देता है। इसकी वजह से कोहरा हो या बारिश, लाल रंग दूर से ही दिखाई देता है। इसी वजह से लाल रंग को चुना गया, ताकि लाल रंग की चीजों को दूर से ही देखा जा सके।
दूर से नजर आने के कारण खतरे के संकेत के लिए लाल रंग का इस्तेमाल किया जाता है। शिक्षा से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh के साथ