By Mahima Sharan21, Oct 2024 01:42 PMjagranjosh.com
चांद की कहानी
दुनिया में चांद की एक अलग ही मान्यता है और बात अगर भारत की करें, तो यहां चांद को भगवान की तरह पूजा जाता है। भगवान शिव के माथे पर सुसज्जित होने के कारण चांद को हिंदू धर्म में भगवान के तौर पूजा जाता है।
चांद की मान्यता
हिंदू धर्म में चांद की एक खास मान्यता है। शरद पूर्णिमा से लेकर करवा चौथ तक महिलाएं अपने पति और बच्चों की सलामती के लिए व्रत रखती हैं।
चंदा मामा क्यों कहते हैं?
बात अगर बचपन की करें, तो हम छोटे से ही चांद को चंदा मामा कहकर बुलाते हैं। चांद पर कई सारे कविताएं भी हैं, जिसमें हम उन्हें चंदा मामा कहकर बुलाते हैं। लेकिन, क्या आपने कभी ये सोचा है आखिर चांद को चंदा मामा ही क्यों कहते हैं? चंदा चाचा या चंदा फूफा क्यों नहीं बुलाते?
समुद्र मंथन
समुद्र मंथन के दौरान समुद्र से कई सारे तत्व निकले थे। इस तत्वों में मां लक्ष्मी और चंद्रमा भी थें। बता दें कि चंद्रमा को माता लक्ष्मी का छोटा भाई माना जाता है।
माता लक्ष्मी के भाई
जब हम लक्ष्मी जी को मां कहते हैं , तब उनके भाई होने के नाते चंद्रमा हमारे मामा लगेंगे। चंद्रमा लक्ष्मी जी के छोटे भाई है और यही कारण है कि चंदा मामा कहते हैं।
धरती मां के भाई
वहीं, दूसरा कारण यह भी है कि जब चंद्रमा धरती के चारों ओर चक्कर लगाता है और इस तरह से वे धरती का एक भाई की तरह रक्षा करता है। धरती को हम मां कहते हैं और इस नाते चंद्रमा हमारे मामा लगते हैं।
यही कारण है कि हम चांद को चंदा मामा कहते हैं। शिक्षा से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh के साथ
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