By Priyanka Pal10, May 2024 03:46 PMjagranjosh.com
देश की रक्षा के लिए कई राजा - महाराजों ने अपनी तलवारों से बहुतों को लहुलुहान किया है। इस त्याग में आम नागरिकों से लेकर देश की कुछ बहादुर रानियां भी शामिल रहीं। आगे जानिए देश की 5 बहादुर रानियों के बारे में।
रानी पद्मावती
पद्मावती चित्तौड़ की रानी थीं, उनके साहस और बलिदान की कहानी लोगों के अंदर प्रेरणा जगाती है। उनका वर्णन जितना अधिक मलिक मोहम्मद जायसी के साहित्य में है उतना अधिक और कहीं नहीं दिखाई देता।
रानी दुर्गावती
रानी का जन्म गोंडवाना राज्य में 1524 ई. में हुआ था। वह कालिंजर के राजा कीर्तिसिंह चंदेल की एकमात्र संतान थीं। अकबर के कडा मानिकपुर के सूबेदार ख्वाजा अब्दुल मजीद खां ने रानी दुर्गावती के विरुद्ध अकबर को उकसाया था।
रानी कर्णावती
मेवाड़ की रानी कर्णावती का नाम इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा गया है। महारानी कर्णावती ने राजपूतों और मुस्लिमों के संघर्ष के बीच हुमायूं के सामने अपने शत्रुओं से एकसाथ लड़ने की योजना बनाई थी।
रानी द्रोपदी
जब धार के राजा का देहावसान हो गया। राजा की बड़ी रानी द्रोपदी बाई को ही राज्यभार संभालना पड़ा था। रानी के कार्यभार संभालते ही क्षेत्र में क्रांति फैल गई थी।
राजकुमारी रत्नावती
जैसलमेर की रानी रत्नावती थीं, उन्होंने एक अपने शत्रुओं का सामना सैनिक वेश में घुड़सवारी के सआथ किया था।
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