पैसे से जुड़ी इन 8 हिंदी कहावतों के मतलब जानते हैं आप
By Priyanka Pal04, May 2024 10:33 AMjagranjosh.com
अक्सर सरकारी परीक्षा और इंटरव्यू में पूछे जाते हैं कई मुहावरे और कहावतें। आज जानिए पैसे से जुड़ी इन 8 हिंदी कहावतों के मतलब।
बाप बड़ा न भैया सबसे बड़ा रुपया
इस मुहावरे का प्रोपर आर्थ यह है कि पैसे से बड़ा इस दुनिया में कुछ नहीं है। पैसे को पिता और भाई दोनों से बड़ा बताया गया है।
जितनी चादर हो उतने ही पैर फैलाने चाहिए
इसका अर्थ हुआ कि हमेशा व्यक्ति को अपनी हैसियत के हिसाब से जिंदगी गुजारनी चाहिए। यदि आपके पास पैसा कम हो तो खर्चे भी उसी के मुताबिक ही करना चाहिए।
पैसे की जात नहीं पूछी जाती
पैसा कहीं से भी मिले उसकी कीमत हमेशा बड़ी ही होती है। उसकी कीमत जितनी आज है उतनी ही कल रहेगी।
पैसा न कौड़ी बाजार में दोड़ा – दौड़ी
इस मुहावरे का इस्तेमाल लोग उस व्यक्ति के लिए करते हैं, जिसके पास पैसा ना होते हुए भी वे शॉपिंग पर निकल जाता है। कह सकते हैं यह मुंहावरा ताने के बराबर लगता है।
कौड़ी के मोल बिकना
इस मुहावरे का इस्तेमाल तब किया जाता है जब कोई भी महंगी चीज कम दाम पर बिकने लगती है।
पैसा हाथ का मैल
इसका कहावत का सटीक अर्थ है कि पैसा हाथ के मैल की तरह होता है। यह बचाने की बजाए खर्च होता रहता है।
माल है तो ताल है
इस मुहावरे का मतलब यह है कि अगर आपके पास पैसा है तो जीवन में ऐसी कोई चीज नहीं है, जिसे आप खरीद नहीं सकते। पैसे से आप अपनी सारी इच्छाओं को खरीद सकते हैं।
आमदनी अठ्ठनी खर्चा रूपैया
इसका मतलब यह है कि कमाई कम है और खर्चा ज्यादा। इस कहावत का प्रयोग तब किया जाता है जब व्यक्ति की आमदनी सबसे कम हो जाती है और खर्चे ढेरो सारे।
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