खुद को बेहतर बनाने के लिए 8 आसान तरीके


By Priyanka Pal16, Mar 2024 12:57 PMjagranjosh.com

खुद को बेहतर बनाने के तरीके

हर दिन कम से कम एक घंटा या हफ्ते में 5 घंटे खुद के लिए टाइम निकालने की एडवाइस देता है। इसके लिए आप पढ़ने, प्रैक्टिस करने या ऐसी एक्टिविटी में एंगेज होने के लिए डेडीकेटिड टाइम डिसाइड करना। जो आपको कुछ नया सीखने या अपनी स्किल को इंप्रुव करने में मदद करे। आगे जानिए खुद में बदलाव लाने और लाइफ में सक्सेस की सीढियां चढ़ने के मजेदार रूल्स के बारे में।

इंटेश्नल लर्निंग

इस रूल से आप अपने पर्सनल और प्रोफेशनल ग्रोथ पर जरूरी इंपेक्ट पड़ सकता है। सीखने के लिए रेगुलर टाइम सेट कर के आप नई नॉलेज को हासिल कर सकते हैं। नए स्किल डेवलप करने के साथ – साथ ज्यादा योग्य बन सकते हैं।

5 R रूल

आपको हर दिन या हफ्ते में एक छोटा लेकिन लगातार टाइम देकर आप कुछ नया सीखें। इससे आप सेल्फ डेवलपमेंट में इंप्रूव कर सकते हैं। ये अप्रोच आपकी लाइफ के अलग – अलग फील्ड में लगातार ग्रोथ और डेवलपमेंट का कारण बन सकती है।

2 मिनट रूल

यह एक प्रोडक्टिलिटी कॉन्सेप्ट है। जो सजेस्ट करता है कि अगर किसी काम को पूरा होने में दो मिनट या उससे कम लगता है तो, आपको उसे टालने की बजाए तुरंत करना चाहिए। अपने जीवन के छोटे – छोटे कामों को इकट्ठा होने या खुद पर भारी पड़ने से रोकने के लिए ये रूल आपके बड़े काम आ सकता है।

स्मार्ट गोल सेटिंग

इस रूल को कई बुक्स में बताया गया है। इस रूल के अनुसार आपका गोल स्पेसिफिक होना चाहिए। ताकि आप ठीक से जान सकें कि आप किस डाएमेंशन में काम कर रहे हैं। इसके साथ ही यह रूल बताता है कि आपको अपने काम को मापते रहना चाहिए। जिससे आप अंदाजा लगा सकें कि आपने गोल कितना पा लिया है।

टाइम मैनेजमेंट

यह रूल आपको फोकस और प्रोडक्टिव बने रहने में मदद करता है। ये एक टाइमर की तरह है, जो आपको किसी काम पर फोकस रहने और फिर छोटे ब्रेक लेने की याद दिलाता है। इस रूल का इस्तेमाल आप तब कर सकते हैं जब आप बाकई कोई काम शिद्दत से करना चाहते हैं।

नो जीरो डे रूल

यह एक प्रिंसपल है जो आपको अपने गोल के लिए हर दिन कुछ न कुछ करने के लिए मोटिवेट करता है चाहे वो कितना भी छोटा क्यों ना हो। इस रूल को आप अपने सबसे चैलेंजिंग दिनों में भी कर सकते हैं। छोटे – छोटे कामों को भी नजरअंदाज किए बगेर भी आप जब अपने काम करते हैं। तो आप खुद को बता रहे हैं कि आप लाइफ में प्रोग्रेस की ओर बढ़ रहे हैं।

द रूल ऑफ 3

यह एक प्रिंसिपल है जिसे अलग – अलग तरीकों से पहचाना और अप्लाई किया जाता है। यह रूल बताता है कि 3 के ग्रुप में चीजें दूसरे नंबर के कंपेरीजन ज्यादा अट्रेक्टिव, यादगार और इफ्रेक्टिव हैं।

ऐसी ही करियर टिप्स और एजुकेशन से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh.com के साथ।

Book Review: थिंक स्ट्रेट बुक से ले जीवन के 8 सबक