By Priyanka Pal11, May 2024 11:42 AMjagranjosh.com
केमिकल इंजीनियरिंग
केमिकल इंजीनियरिंग की फील्ड में डेवलपमेंट्स की वजह से कई अन्य एडवांस्ड फील्ड जैसे नैनोटेक्नोलॉजी, बायो-इंजीनियरिंग, बायो-मॉलिक्यूलर इंजीनियरिंग, मेटीरियल प्रोसेसिंग आदि का विकास हुआ है।
स्टूडेंट में क्रेज
हमारी रोजाना की जिंदगी में इस फील्ड के बढ़ते हुए महत्व को देखते हुए, आजकल स्टूडेंट के बीच इस फील्ड का क्रेज बढ़ता जा रहा है।
केमिकल इंजीनियरिंग के कोर्स
अगर आप केमिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कोर्स करना चाहते हैं, तो पॉलिटेक्निक डिप्लोमा कर सकते हैं। यह कोर्स 3 साल का होता है।
यूजी कोर्स
केमिकल इंजीनियरिंग में आप बीटेक की डिग्री हासिल कर सकते हैं। जो कि 4 साल की होती है।
पीजी कोर्स
यह कोर्स स्टूडेंट को केमिकल इंजीनियरिंग में एमटेक की डिग्री ऑफर करता है। यह 2 साल का कोर्स है।
डॉक्टोरल कोर्स
यह केमिकल इंजीनियरिंग में डॉक्टोरल डिग्री या पीएचडी प्राप्त करने के लिए रिसर्च पर आधारित एक कोर्स है।
भारत में केमिकल इंजीनियर के लिए करियर
इस फील्ड में दिलचस्पी रखने वाले स्टूडेंट ऑयल एंड गैस इंडस्ट्रीज, फूड इंडस्ट्रीज, एनर्जी इंडस्ट्रीज, केमिकल एंड अलाइड प्रोडक्ट्स, यूटिलिटी कंपनीज, फार्मास्यूटिकल्स, गवर्मेंट डिपार्टमेंट्स आदि में काम कर सकते हैं।
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