By Mahima Sharan14, Dec 2024 10:01 AMjagranjosh.com
चाणक्य ने बताया कि कैसे सफल बने
राजनेता और दार्शनिक, चाणक्य, अपने अर्थशास्त्र के लिए सबसे ज्यादा जाने जाते हैं। उनकी बुद्धि इतनी गहरी है कि उन्हें आज भी उनकी शिक्षाओं के लिए याद किया जाता है। यहां हम उनके कुछ उद्धरणों लेकर आए हैं जो कार्यस्थल पर सफलता के लिए बेहतरीन सुझाव हैं।
कार्यस्थल पर हर कोई आपका 'मित्र' नहीं होता
सबसे बड़ा गुरु मंत्र है: कभी भी अपने रहस्यों को किसी के साथ शेयर न करें। यह आपको बर्बाद कर सकता है, क्योंकि ज्यादातर लोग बाद में इसका फायदा उठाते हैं।
ईमानदारी हर समय सबसे अच्छी नीति नहीं है, होशियारी से काम करें
एक व्यक्ति को बहुत ईमानदार नहीं होना चाहिए। सीधे पेड़ पहले काटे जाते हैं और ईमानदार लोगों को पहले बर्बाद किया जाता है, इसलिए जहां चालाकी दिखाने की आवश्यकता हो, वहां शराफत न दिखाएं। लोग आपकी अच्छाई का फायदा उठाने के लिए बैठे हैं।
खुद को महत्व दें और कम पर समझौता न करें
कभी भी अपने लायक से कम पर समझौता न करें। यह गर्व नहीं है, यह आत्म-सम्मान है। अपने काम के प्रति निष्ठा रखना है सफल व्यक्ति की निशानी है।
कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नहीं है
एक बार जब आप किसी चीज़ पर काम करना शुरू करते हैं, तो असफलता से न डरें और उसे न छोड़ें। जो लोग ईमानदारी से काम करते हैं वे सबसे खुश रहते हैं।
सभी के प्रति दयालु बनें
फूलों की खुशबू सिर्फ हवा की दिशा में फैलती है। लेकिन एक व्यक्ति की अच्छाई सभी दिशाओं में फैलती है।
समय किसी की किस्मत बदल सकता है
किसी व्यक्ति के भविष्य का आकलन उसकी वर्तमान परिस्थितियों के आधार पर न करें, क्योंकि समय में काले कोयले को चमकदार हीरे में बदलने की शक्ति होती है।
खुद पर भरोसा रखें, कोई भी आपकी चमक नहीं छीन सकता
अगर रत्न को पैरों में और दर्पण को सिर पर रख दिया जाए, तो भी रत्न अपना मूल्य नहीं खोएगा। इसलिए खुद पर विश्वास रखें और दूसरों के कहने पर अपने आप को न बदलें।
चाणक्य की ये बातें आपको जीवन में कभी भी हारने नहीं देंगी। शिक्षा से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh के साथ
Chanakya: क्यों मनुष्य को कभी सीधा नहीं होना चाहिए?