Quotes : गुलज़ार की गज़लों में लम्हों को जीने की पुकार
By Priyanka Pal
04, Sep 2023 06:03 PM
jagranjosh.com
गुलज़ार साहब -
चखकर देखी है कभी तन्हाई तुमने मैंने देखी है बड़ी ईमानदार लगती है
गुलज़ार साहब -
इच्छाएं बड़ी बेवफा होती हैं कमबख्त पूरी होते ही बदल जाती हैं
गुलज़ार साहब -
कुछ रिश्तो में मुनाफा नहीं होता पर जिंदगी को अमीर बना देते हैं
गुलज़ार साहब -
जिंदगी सस्ती है साहब जीने के तरीके महंगे हैं
गुलज़ार साहब -
क्या पता कब कहां मारेगी बस कि मैं जिंदगी से डरता हूं मौत का क्या है एक बार मारेगी
गुलज़ार साहब -
शोर की तो उम्र होती है खामोशी सदाबहार है
गुलज़ार साहब -
दवा गर काम ना आए तो नजर भी उतारती है यह मां है साहब हार कहां मानती है
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