एक से छह साल के बच्चों को ऐसे पढ़ाएं मैथ्य


By Mahima Sharan02, Jul 2024 01:19 PMjagranjosh.com

बच्चों को छोटी उम्र से मैथ का ज्ञान देना बेहद ही जरूरी है। इससे उन्हें भविष्य के लिए मोटिवेशन मिलती हैं। यहां कुछ टिप्स दिए गए हैं, जो बच्चों में मैथ के कॉन्सेप्ट क्लियर करने में मदद करेंगे।

रिसेप्शन

यह बच्चों की शुरुआती उम्र हैं, जहां बच्चों के लिए सब कुछ नया होता है। इस वक्त बच्चों को चीजों की गिनती, अंदर और बाहर, लंबी और छोटी, अक्षर नाम, तुकांत शब्द जैसी चीजों के बारे में बताएं।

वर्ष 1

इस उम्र में बच्चों को मैथ के बेसिक का बारे में बताना जरूरी है। इसलिए जोड़ना और घटाना, डायग्राम के नाम, वॉवेल साउंड, वुजवल वर्ड ऐसी चीजें समझाने में समझदारी हैं।

वर्ष 2

इस एज के बच्चों के लिए प्लेस वैल्यू मॉडल, मेजरमेंट, टाइम जैसी चीजों का ज्ञान होना जरूरी है।

वर्ष 3

इस उम्र के बच्चों के लिए फ्रेक्शन, पेरिमिटर, बार चार्ट, रेगुलर और ई-रेगुलर प्लुरल जैसी चीजों के बारे में समझाएं।

वर्ष 4

चार साल के बच्चों के लिए मल्टीप्लिकेशन फैक्ट्स, यूनिट कनवर्टर, पजेसिव नाउन जैसे चीजें समझाए।

वर्ष 5

पांच साल के उम्र तक बच्चों का मानसिक विकास शुरू हो जाता है, इसलिए इस उम्र के बच्चों को लीक से हटकर चीजें समझाने की जरूरत है। बच्चों को डिवीजन, एरिया, होमोफ़ोन और बहुत कुछ सिखाया जा सकता है।

वर्ष 6

बच्चों के बढ़ती उम्र के साथ उन्हें नई चीजें सिखाए जैसे की ऑर्डर ऑफ ऑपरेशन, परसेंटेज, प्रीपोजिशन जैसी चीजों के बारे में सीख दें।

इन टिप्स की मदद से आप बच्चों को मैथ पढ़ा सकते हैं। शिक्षा से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh के साथ

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