राष्ट्रीय ध्वज फहराने के नए नियम क्या हैं?


By Priyanka Pal13, Aug 2024 11:40 AMjagranjosh.com

राष्ट्रीय ध्वज फहराने के नियम

भारत में स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस जैसे शुभ अवसरों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं। ऐसे में क्या आप जानते हैं कुछ महत्वपूर्ण नियमों के बारे में यदि नहीं, तो इस वेब स्टोरी में जानिए।

ध्वज संहिता

भारतीय ध्वज संहिता को 26 जनवरी 2002 को लागू किया गया। इसके तहत बहुत से नियमों को लागू किया गया।

झंडे का सम्मान

भारतीय ध्वज को फहराने के नियम के अनुसार, तिरंगे के बगल में अगर किसी भी झंडे को लगाना है तो उसका स्थान तिरंगे के नीचे होना चाहिए।

कार पर तिरंगा

कार पर तिरंगा लगाने का अधिकार भारत के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, चीफ जस्टिस और स्पीकर को मिला हुआ है।

ध्वजारोहण के समय

अगर किसी मंच पर ध्वजारोहण हो रहा है तो वक्ता सामने की ओर देखे और झंडा उसके दाहिने तरफ होना चाहिए।

तिरंगा झुका न हो

अशोक चक्र में 24 तीलियां होनी आवश्यक हैं। तिरंगा किसी भी प्रकार से जमीन को नहीं छूना चाहिए।

तिरंगा फहराने का समय

राष्ट्रीय ध्वज को सूर्योदय से सूर्यास्त तक ही फहराने का नियम है। उसके बाद तिरंगे को नहीं फहराया जा सकता।

तिरंगा को नष्ट करने के नियम

अगर तिरंगा किसी कारणवश कट या फट जाए तो उसे अकेले में नष्ट किया जाये।

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