भारत का एक ऐसा गांव जहां लोगों के पास हैं दो नागरिकता


By Priyanka Pal22, Jun 2024 05:27 PMjagranjosh.com

क्या आपको पता है भारत के एक ऐसे गांव के बारे में जहां के लोगों के पास दोहरी नागरिकता है। आगे जानिए गांव के लोग और इनके अनोखे रहन - सहन के बारे में

दोहरी नागरिकता

भारतीय संविधान किसी को दोहरी नागरिकता रखने की इजाजत नहीं देता है। लेकिन, नागालैंड में बसे लोंगवा गांव के लोगों को यह दोहरी नागरिकता प्राप्त है।

अनोखा रहन - सहन

नागालैंड के लोंगवा गांव में रहने वाले नागरिकों के लिए नियम कायदे थोड़े अलग हैं। जी हां, यहां के लोगों के घर का बेडरूम भारत में और किचन म्यांमार में पड़ता है।

म्यांमार से सटी सीमा

लोंगवा गांव नागालैंड के मोन जिले के सबसे बड़े गांवों में से एक है और भारत और म्यांमार की सीमा के करीब पड़ता है।

प्रसिद्ध

नागालैंड के मोन जिले में स्थित, लोंगवा गांव कोन्याक नागा जनजाति का घर है। यह जनजाति सिर के शिकार के इतिहास के लिए जानी जाती है।

जीवनशैली

योद्धा प्रतिष्ठा के अलावा, ये जनजाति अनोखी जीवनशैली के लिए भी मशहूर है। लाेग यहां के लोगों के रहन सहन से वाकिफ होने के लिए दूर-दूर से यहां घूमने आते हैं।

बच्चों की दोहरी नागरिकता

गांव की इस यूनिकनेस का फायदा यहां जन्म लेने वाले बच्चोंं को भी मिलता है। इन बच्चों को दो देशों की नागरिकता बिन मांगे ही मिल जाती है।

गांव

ये लोग अपने गांव के ठीक बीच से गुजरने वाली अंतरराष्ट्रीय सीमा के बावजूद भी अपनी सांस्कृतिक पहचान बनाए रखने में कामयाब रहे हैं।

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