भारत के पहले IAS ऑफिसर सत्येंद्रनाथ टैगोर से जुड़ी रोचक बातें
By Priyanka Pal10, Jan 2025 04:46 PMjagranjosh.com
सत्येंद्रनाथ टैगोर से जुड़ी रोचक बातें
रवींद्रनाथ टैगोर के बड़े भाई सत्येंद्रनाथ टैगोर 1863 में भारत के पहले IAS ऑफिसर थे। उन्होंने ब्रिटिश शासन के तहत बाधाओं को तोड़ा और एक सुधारक, लेखक और सांस्कृतिक अग्रदूत के रूप में विरासत छोड़ी।
ICS एग्जाम
21 साल की उम्र में उन्होंने आई.सी.एस. एग्जाम लंदन में दिया। यह एक कठिन प्रक्रिया थी, जो ब्रिटिश उम्मीदवारों को लाभ पहुंचाने के लिए तैयार की गई थी।
देश की सेवा का सपना
सत्येंद्रनाथ ने न केवल आईसीएस में स्थान प्राप्त किया, बल्कि उन्होंने अन्य भारतीयों के लिए भी अपने देश की सेवा करने का सपना देखा।
भारत लौट आये
1864 में वे भारत लौट आये और बॉम्बे प्रेसीडेंसी में तैनात हुए, जहां उन्होंने सतारा, अहमदाबाद और पुणे जैसे क्षेत्रों में अथक परिश्रम किया।
समाज सुधारक
सत्येंद्रनाथ ब्रह्मो समाज के एक सक्रिय सदस्य थे, जो एक सुधारवादी आंदोलन था जिसका उद्देश्य जातिगत भेदभाव को खत्म करना और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना था।
योगदान
वे कवि, लेखक और संगीतकार थे जिन्होंने बंगाली साहित्य और संगीत में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
अनुवादक
उनकी उल्लेखनीय उपलब्धियों में से एक थी अपने पिता के संस्मरण, महर्षि देवेन्द्रनाथ टैगोर की आत्मकथा का बंगाली से अंग्रेजी में अनुवाद करना, जिससे आध्यात्मिक और दार्शनिक पाठकों तक पहुंच सके।
अंग्रेजों के साथ बराबरी
उनके सिविल सेवा करियर ने भारतीयों को दिखाया कि वे अंग्रेजों के साथ बराबरी के स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं।
ऐसी ही जनरल नॉलेज, सरकारी नौकरियों, करियर टिप्स, मोटिवेशनल कोट्स और एजुकेशन से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh.com के साथ।