International Mother Language Day से जुड़ी कुछ खास बातें


By Prakhar Pandey21, Feb 2023 01:25 PMjagranjosh.com

International Mother Language Day

आइये जानते है कि कब और क्यो मनाया गया था इंटरनेशनल मदर लैंग्वेज डे? 

फर्स्ट टाइम

पहली बार इंटरनेशनल मदर लैंग्वेज डे 21 फरवरी 2000 को मनाया गया था।

यूनेस्को का एलान

यूनेस्को ने 1999 में 21 फरवरी को विश्व मातृभाषा दिवस के रूप में मनाने का ऐलान किया था।

2023 की थीम

इस साल इंटरनेशनल मदर लैंग्वेज डे की थीम ‘बहुभाषी शिक्षा- शिक्षा को बदलने की आवश्यकता’ रखी गई हैं।

थीम का मोटिव

इस थीम का मोटिव स्वदेशी लोगों की शिक्षा और भाषाओं पर जोर देना है।

इतिहास

बांग्लादेश ने पाकिस्तान के खिलाफ भाषा को लेकर विरोध करना शुरू किया, क्योंकि अविभाजित पाकिस्तान का बांग्ला भाषी लोग भी हिस्सा थे और उनपर उर्दू को मातृभाषा बनाने का दबाव डाला जा रहा था।

21 फरवरी

बाद में पाकिस्तान विभाजित हुआ और उसका पश्चिम बंगाल से सटा पूर्वी हिस्सा बांग्लादेश बना। इस दिन को बांग्लादेश अपनी वर्षगांठ भी मनाता हैं।

बहुभाषी भारत

भारत अनेकताओं में एकता का देश हैं, इंडिया के अंदर लगभग 1300 से ज्यादा भाषाएं बोली जाती हैं।

हिंदी भाषा

हिंदी भारत की दूसरी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा हैं। उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक भारत में 43 करोड़ लोग हिंदी बोलते हैं। इसमें लगभग 12 फीसदी लोग दो भाषाएं बोलते हैं।

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