साइकोलॉजी कहती है कमजोर बदला, ताकतवर माफ और बुद्धिमान करते हैं कुछ अलग
By Priyanka Pal03, Feb 2025 07:37 PMjagranjosh.com
साइकोलॉजी
हम सभी ने कभी न कभी अपमान महसूस किया है, लेकिन उसके बाद हम उस दर्द के साथ क्या करते हैं? क्या हम पलटवार करते हैं, इसे कुछ और में बदल देते हैं, या बस इसे जाने देते हैं? हम कैसे प्रतिक्रिया करना चुनते हैं, यह हमारे बारे में बहुत कुछ बताता है।
कमजोर
साइकोलॉजी कहती है कमजोर लोग किसी भी अपमान का बदला लेने की फिरात में रहते हैं। उन्हें अपमान सहना कई बार पसंद नहीं होता, इसके लिए वह अपने स्वाभिमान को वापस पाना चाहते हैं।
ताकतवर
साइकोलॉजी के अनुसार, ताकतवर व्यक्ति भी पॉजिटिव होते हैं। उन्हें अपमान के बदले अपमान नहीं बल्की माफ कर देना पसंद होता है। ताकतवर मानते हैं कि माफ कर देना कमजोरी नहीं बल्कि ये तो ताकतवर होने की निशानी है।
बुद्धिमान
बुद्धिमान लोग अपमान होने पर उसे सीरियस नहीं लेते बल्कि उससे आगे बढ़ने का रास्ता चुनते हैं। भावनात्मक रूप से बुद्धिमान लोग घाव पर ध्यान नहीं देते, बल्कि उसे सीखने के अनुभव में बदल देते हैं।
कुछ करने से पहले सोचें
अगर आपको बदला लेने की इच्छा हो, तो इसे नजरअंदाज ना करें, बस खुद से पूछें कि आपको वास्तव में क्या मिलेगा। क्या इससे आपको बेहतर महसूस होगा या अपमान ज्यादा चुबेगा।
खुद को महसूस करने दें
माफ करने और आगे बढ़ने का मतलब अपनी भावनाओं को अनदेखा करना नहीं है। शुरुआत में गुस्सा, हताश या निराश महसूस करना नॉर्मल है।
सीखने की तलाश करें
यह आपको अपने बारे में, अपनी सीमाओं या अपने रिश्तों के बारे में क्या सिखाता है? भविष्य में आपको कौन सी गलती करने से बचना चाहिए?
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