अपने सपने को पूरा करने की हिम्मत देती हैं महेंद्र सिंह धोनी की कहानी


By Mahima Sharan08, Jul 2024 04:09 PMjagranjosh.com

क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी

छोटे से कस्बे से आकर क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी ने न सिर्फ बड़े सपने देखे बल्कि उन्हें पूरा भी किया। क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी के जीवन का संघर्ष किसी प्रेरणा से कम नहीं है।

स्कूल कोर्स

धोनी की जीवनी को अब स्कूली कोर्स में शामिल किया गया है, ताकि बच्चे उनके जीवन से प्रेरणा लेकर अपने सपनों को पूरा कर सकें।

बैकग्राउंड

धोनी का जन्म 7 जुलाई 1981 को रांची, झारखंड में हुआ था। वे एक राजपूत हिंदू हैं। उनके माता-पिता उत्तराखंड से रांची चले गए थे। उनके पिता पान सिंह मेकॉन में काम करते थे।

क्रिकेटर बनने का सपना

धोनी ने 10वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद सिर्फ़ क्रिकेट पर ध्यान देने का फ़ैसला किया। लेकिन 2001 से 2003 तक उन्होंने खड़गपुर रेलवे स्टेशन पर ट्रैवलिंग टिकट परीक्षक (TTE) के तौर पर काम किया।

कठिनाई का रास्ता किया तय

उनके जीवन का यह पड़ाव उनके क्रिकेट प्रेम को आगे बढ़ाने के दृढ़ संकल्प और निष्ठा को दर्शाता है, साथ ही वे अपनी नौकरी की मांगों को भी पूरा कर रहे थे, क्योंकि उस समय वे दोनों ही काम संभाल रहे थे।

कमांडो क्रिकेट क्लब

महेंद्र सिंह धोनी ने 1995 से 1998 तक कमांडो क्रिकेट क्लब के लिए नियमित विकेटकीपर के रूप में अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत की। मैदान पर उनकी प्रतिभा ने लोगों का ध्यान खींचा और उन्हें विनोद मांकड़ ट्रॉफी अंडर-16 चैंपियनशिप में भाग लेने के लिए चुना गया।

धोनी की कहानी आज भी देश के युवाओं को प्रेरणा देते हैं। शिक्षा से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh के साथ

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