By Priyanka Pal01, Mar 2025 04:33 PMjagranjosh.com
हिंदी की बेहतरीन कहावतें
क्या आपको भी हिंदी की कहावतों को कहने का शौक है, लेकिन उनके सही मतलब पता ना होने के कारण आप उनका इस्तेमाल कम करते हो। आगे जानिए उनके मतलब और उनका सही उपयोग।
नाच न जाने आंगन टेढ़ा
जब कोई व्यक्ति किसी काम में असफल हो जाता है, तो अपनी गलती स्वीकार करने की बजाय परिस्थितियों को दोष देता है। ऐसे में लोग इस कहावत का इस्तेमाल ज्यादा करते हैं।
घर की मुर्गी दाल बराबर
जो चीज आसानी से उपलब्ध हो, उसकी कद्र कम होती है, जबकि बाहरी चीजों को अधिक महत्व दिया जाता है।
चिराग तले अंधेरा
कई बार ज्ञान या समृद्धि के केंद्र में भी अनदेखी और अज्ञानता बनी रहती है। ऐसे में इस कहावत का इस्तेमाल किया जा सकता है।
जैसी करनी, वैसी भरनी
व्यक्ति को अपने कर्मों का फल अवश्य मिलता है, अच्छे कर्मों का अच्छा और बुरे कर्मों का बुरा।
दूध का जला, छाछ भी फूंक-फूंक कर पीता है
जो व्यक्ति एक बार नुकसान या धोखा खा चुका होता है, वह भविष्य में बहुत सतर्क हो जाता है।
ऐसी ही जनरल नॉलेज, सरकारी नौकरियों, करियर टिप्स, मोटिवेशनल कोट्स और एजुकेशन से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh.com के साथ।