साइकोलॉजी के अनुसार उल्लू जैसे रात को जागने वाले बच्चे होते हैं अधिक बुद्धिमान
By Mahima Sharan20, Feb 2024 06:24 PMjagranjosh.com
क्या है साइकोलॉजी फैक्ट्स
साइकोलॉजी एक ऐसी चीज है जो मन और व्यवहार के बारे में पढ़ती है। यह मानव मानसिक कार्यों, व्यवहार और अन्य मानसिक प्रक्रियाओं का साइकोलॉजी स्टडी है। साइकोलॉजी स्टडी विभिन्न विषयों पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।
पुरानी कहावत
हम बचपन से ही सुनते आ रहे हैं, कि रात में समय पर सोने और सुबह जल्दी जागने वाले बच्चे बुद्धिमान होते हैं, लेकिन यूनिवर्सिटी ऑफ मेड्रिड में हुए एक रिसर्च के अनुसार यह पता चला है कि देर रात तक जागने वाले बच्चे दूसरों की तुलना में अधिक बुद्धिमान होते हैं।
रात के उल्लू होते हैं अधिक बुद्धिमान
अक्सर लोग रात में जागने वालों को उल्लू कहकर उनका मजाक बनाते हैं, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि ऐसे रात के उल्लू ही ज्यादा बुद्धिमान होते हैं। एक स्टडी में पाया गया है कि जो लोग देर से सोते और जागते हैं वे अधिक बुद्धिमान होते हैं।
सभी विषयों में होते हैं बेस्ट
रिसर्च में यह भी पाया गया कि जो बच्चे देर रात तक जागते हैं, वे सभी विषयों के में उन बच्चों से अच्छा प्रदर्शन करते हैं जो सुबह जल्दी उठते हैं। इन बच्चों में चीजों को लंबे समय तक याद रखने की क्षमता होती है।
समय के साथ कंफर्ट
हम अपने द्वारा बनाई गई चीज़ों को महत्व देते हैं। हम चीजों को अधिक महत्व देते हैं यदि हम उनकी रचना में शामिल थे इसलिए अगर देर रात तक जागना हमारा अपना फैसला है इसलिए हम इसमें कम्फर्ट होते हैं।
क्रिएटिव सोच
रात में देर तक जागने वाले बच्चों में अच्छी क्रिएटिव थिंकिंग देखी गई है। वे दूसरे बच्चों की तुलना में अधिक रचनात्मक होते हैं। उनके सोचने-समझने की क्षमता भी ज्यादा होती है।
अगर आप भी देर रात जागने वाले उल्लू है, तो दूसरे बच्चों से अधिक बुद्धिमान है। शिक्षा से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh के साथ