साइकोलॉजी के अनुसार इन लोगों में कम होती है सोशल स्किल
By Mahima Sharan17, Feb 2025 06:17 PMjagranjosh.com
हद से ज्यादा बोलना
कुछ लोगों को चैट करना पसंद होता है, लेकिन हद से ज्यादा बातूनी होना आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। खराब सोशल स्किल वाले लोगों को शायद पता ही न चले कि वे कब बहुत ज़्यादा बात कर रहे हैं या बीच में बोल रहे हैं। इससे दूसरे लोग अनदेखा महसूस कर सकते हैं। अच्छी बातचीत बोलना और सुनना दोनों ही जरूरी है।
वे सोशल संकेतों को नहीं समझते
कुछ लोग यह नहीं समझते कि दूसरे कब खराब महसूस करते हैं। उनके अंदर बात-चीत करने का शिष्टाचार नहीं होता और यही कारण है कि वे अपनी आदतों से दूसरों को असहज महसूस करवा सकते हैं।
बातचीत के दौरान आंखें न मिलाना
दूसरों से बात करने वक्त उनकी आंखों में आंख डालकर बात करना यह दर्शाता है कि पूरे मन से उनकी बातों को सुन रहे हैं। अगर कोई व्यक्ति बात-चीत के दौरान आंखें चुराता है, तो यह दूसरों को असहज महसूस करवा सकता है।
पर्सनल डिटेल्स शेयर करना
ट्रांसपेरेंट बातचीत बहुत अच्छी होती है, लेकिन उन्हें हमेशा पर्सनल होने की जरूरत नहीं होती है। कुछ लोग छोटी-मोटी बातचीत को छोड़कर सीधे पर्सनल बातों पर चले जाते हैं। यहां तक कि वे किसी ऐसे व्यक्ति से भी पर्सनल बातें पूछ लेते हैं, जिससे वे अभी-अभी मिले हैं।
वे दूसरों के बारे में नहीं पूछते
एक अच्छी बातचीत सिर्फ बात करने के बारे में नहीं है बल्कि सुनने के बारे में भी है। अगर कोई कभी सवाल नहीं पूछता या दूसरों में दिलचस्पी नहीं दिखाता, तो ऐसा लग सकता है कि उन्हें वास्तव में परवाह नहीं है।
हद से ज्यादा मजाक करना
मजाक सोशल जीवन का एक बड़ा हिस्सा है, लेकिन हर कोई इसे नहीं समझता। कुछ लोग चुटकुलों को बहुत पर्सनल से लेते हैं और उनका मज़ाकिया अर्थ समझ नहीं पाते, जबकि दूसरे लोग ऐसे चुटकुले बनाते हैं जो समझ में नहीं आते, जिससे अजीबोगरीब स्थिति पैदा होती है। इसलिए किसी से मजाक करते वक्त अपनी हद को न भूलें।
इन संकेतों को समझकर समय रहते सुधारना बेहद ही जरूरी है। शिक्षा से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh के साथ