चिड़चिड़े बच्चों को बोर्डिंग स्कूल भेजने के 5 नुकसान


By Mahima Sharan03, Jul 2024 09:57 AMjagranjosh.com

जब बच्चे ज्यादा जिद्दी हो जाते हैं, तब माता-पिता उन्हें बोर्डिंग स्कूल भेजना ही सही समझते हैं। लेकिन जिद्दी बच्चों को हॉस्टल भेजना एक मात्र सॉल्यूशन नहीं हैं। इसके बजाय आप उन्हें घर पर ही सुधार सकते हैं।

क्या है वजह

बच्चे तब माता-पिता की नहीं सुनते या गुस्सैल बन जाते हैं, जब पेरेंट्स और बच्चों के बीत कम्युनिकेशन गैप आ जाता है।

क्यों चिल्लाते हैं बच्चे

जब बच्चों को ऐसा महसूस होने लगता है कि पेरेंट्स उनकी नहीं सुन रहे, तब वे चिखने-चिल्लाने का रास्ता अपनाने लगता हैं। क्योंकि उन्हें लगता है कि ऐसा करने से घर के बड़े उन पर ध्यान देना शुरू कर देते हैं।

क्यों न भेजे हॉस्टल

जब आप ऐसे बच्चो को हॉस्टल भेजते हैं, तब ऐसा कर के आप उन्हें सुधार नहीं रहे हैं बल्कि एंजाइटी का शिकार बना रहे हैं। बच्चे पेरेंट्स से दूर होने के बाद ज्यादा चिड़चिड़े बन जाते हैं।

क्या करें

ऐसा में जरूरत है कि आप धैर्य रखें। बच्चों पर जबरदस्ती अपनी बातों को न थोपे। उन्हें से प्यार से उनकी गलतियों और बुरी आदतों के बारे में समझाएं।

गुस्से का असर

बच्चों के गुस्सा होने पर जब आप उनपर चिल्लाते हैं, तब वे उस वक्त तो शांत हो जाते हैं। लेकिन बाद में और चिड़चिड़ा व्यवहार करते हैं।

गुस्सैल बच्चों को हॉस्टल भेजना एक मात्र सॉल्यूशन नहीं है। शिक्षा से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh के साथ 

खुद की पहचान बनाने वाले साइकोलॉजिकल ट्रिक्स