साइकोलॉजी के अनुसार इन 10 आदतों से आती है मानसिक मजबूती
By Mahima Sharan25, Apr 2024 06:41 PMjagranjosh.com
मानसिक रूप से बने मजबूत
मानसिक रूप से मजबूत छात्र अक्सर अपनी भावनाओं को खुलकर व्यक्त करते हैं। इन छात्रों में कुछ ऐसी आदतें होती हैं जो इन्हें भीड़ से अलग बनाती हैं। यहां बताई गई इन आदतों को अपनी लाइफस्टाइल में शामिल करके आप भी मानसिक रूप से मजबूत बन सकते हैं।
अनुशासन में रहना
बच्चों को मेंटली स्ट्रांग बनाने के लिए अनुशासन बनाए रखना बेहद ही जरूरी है इसके साथ ही कुछ बाउंड्री भी रखना बच्चो के लिए जरूरी है। हमेशा अनुशासन बनाए रखने से बच्चे में समझ होती है कि उसे कैसा व्यवहार करना है और वह आत्म-अनुशासन सिखाता है।
स्वतंत्र रहना
बच्चों के अंदर स्वतंत्रता की भावना होना भी बहुत जरूरी है। बच्चों के लिए खुद से अपनी पसंद की चुनना बेहद ही जरूरी है इससे उन्हें अपनी गलतियों से सीखने का मौका मिलता है। साथ ही निर्णय लेने की क्षमता और आत्मविश्वास बढ़ता है।
पॉजिटिव रोल मॉडल
बच्चों के जीवन में एक ऐसा रोल मॉडल होना बेहद ही जरूरी है जिनसे उन्हें मोटिवेट रहने की सीख मिले। ताकि भविष्य में जब भी उनके कदम अपने लक्ष्य भटके तब वे खुद को हौंसला दे सके।
इमोशनल इंटेलिजेंस
मानसिक रूप से मजबूत बच्चे भावनात्मक स्तर पर बहुत बुद्धिमान होते हैं। वे अपनी भावनाओं को समझने में एक्सपर्ट होते हैं और अपने कौशल को निखारते हैं। इस प्रकार मानसिक रूप से मजबूत बच्चों भावनात्मक स्तर पर मजबूत कहा जाता है।
खुलकर बात करना
बच्चों को खुलकर बात करने दें। इससे पता चलेगा की आपके बच्चे के मन में क्या चल रहा है। जब बच्चा खुलकर अपनी बात रखता है तब वो मानसिक तौर पर मजबूत बनता है क्योंकि उनके मन में किसी प्रकार का तनाव नहीं होता और वो शांति से अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित कर पाता है।
स्क्रीन का कम इस्तेमाल करना
छात्रों के जीवन में सोशल मीडिया बहुत बड़ा किरदार निभाता है। इसलिए बच्चों को मानसिक मजबूत बनाने के लिए बेहद ही जरूरी है कि उन्हें स्मार्ट फोन और सोशल मीडिया की दुनिया से दूर रखा जाए। सोशल मीडिया एक ऐसा प्लेटफार्म है जहां समय का पता ही नहीं चलता।
स्ट्रेस न लेगा
मानसिक रूप से मजबूत बच्चे थोड़ी सी परेशानी में कभी नहीं घबराते बल्कि डटकर उसका सामना करते हैं। कुछ लोग परेशानी देखते ही स्ट्रेस लेने लगते हैं, वहीं मानसिक तौर पर मजबूत बच्चे ठंडे दिमाग से समस्या का समाधान ढूंढने में विश्वास रखते हैं।
अपनी गलतियां स्वीकार करना
अपनी गलतियों को स्वीकार करना ही आपकी सबसे बड़ी ताकत है। मानसिक रूप से मजबूत छात्र अपनी गलतियां स्वीकार करने से नहीं डरते, वे जैसे हैं वैसे ही खुद को दिखाते हैं।
जोखिम लेने से न डरना
जो छात्र जोखिम लेने से डरते हैं वे कभी भी मानसिक रूप से मजबूत नहीं बन पाते। अगर आप मानसिक रूप से मजबूत रहना चाहते हैं तो सबसे पहले अपने कम्फर्ट जोन से बाहर निकलें और जोखिम उठाएं। इसके अलावा आपके जीवन में एक लक्ष्य का होना भी बहुत जरूरी है।
अगर आप मानसिक तौर पर मजबूत बनना चाहते हैं, तो आज से ही इन आदतों का पालन करना शुरू कर दें। शिक्षा से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh के साथ