हेलीकॉप्टर पेरेंटिंग छिन सकती है बच्चे का कॉन्फिडेंस


By Mahima Sharan21, Feb 2024 02:16 PMjagranjosh.com

अलग पेरेंटिग पैटर्न

सभी माता-पिता की पालन-पोषण शैली अलग-अलग होती है। खासतौर पर आज के समय में अलग-अलग तरह के पालन-पोषण के तरीके अपनाए जा रहे हैं ताकि माता-पिता यह सुनिश्चित कर सकें कि उनके बच्चे की अच्छी वृद्धि और विकास हो और बच्चा जीवन में सफल हो।

ओवर कंट्रोल पेरेंट्स

लेकिन, कभी-कभी माता-पिता ओवर कंट्रोल पेरेंटिंग पैटर्न भी अपना लेते हैं। एक समान पेरेंटिंग पैटर्न हेलीकॉप्टर पेरेंटिंग है। हेलिकॉप्टर पेरेंटिंग में माता-पिता अपने बच्चों पर जरूरत से ज्यादा नियंत्रण करने लगते हैं।

पेरेंट्स कदम-कदम पर रखते हैं बच्चों का ख्याल

यह ऐसी पेरेंटिंग है जिसमें माता-पिता बच्चे के हर कदम का ख्याल रखते हैं। इससे बच्चे के आत्मविश्वास पर काफी असर पड़ता है। माता-पिता चाहते हैं कि बच्चे को कभी कोई परेशानी न हो, लेकिन क्या इसी चिंता के कारण आप भी हेलिकॉप्टर पैरेंट बन गए हैं।

हेलिकॉप्टर पेरेंटिंग क्या है?

दरअसल, हेलिकॉप्टर पेरेंटिंग में माता-पिता यह सुनिश्चित करने की कोशिश करते हैं कि उनके बच्चे को कभी किसी तरह की कोई परेशानी न हो। ऐसे माता-पिता अपने बच्चों के प्रति अत्यधिक सुरक्षात्मक होते हैं।

कम होता है बच्चों का आत्मविश्वास

बच्चे कब खेलते हैं, कब खाते हैं, कब कहां जाते हैं और क्या करते हैं? हेलीकॉप्टर माता-पिता हर काम अपनी इच्छानुसार करने की कोशिश करते हैं। हेलीकॉप्टर पेरेंटिंग न केवल बच्चों के लिए हानिकारक है क्योंकि वे नियंत्रण में नहीं रहना चाहते, बल्कि हेलीकॉप्टर पेरेंटिंग से बच्चे आत्मविश्वास भी खो देते हैं।

कठिन परिस्थितियों से नहीं लड़ पाते बच्चे

हेलिकॉप्टर पेरेंटिंग के कारण बच्चे कठिन परिस्थितियों का सामना करना नहीं सीख पाते। बच्चे हमेशा अपने माता-पिता द्वारा बताए गए तरीकों और तय शेड्यूल का पालन करते हैं जिसके कारण वे अपनी कोई अनोखी यादें नहीं बना पाते हैं और बच्चे कुछ नया खोजने से भी डरने लगते हैं।

पेरेंट्स के प्रति बनता है गुस्सा

कई बार इस पालन-पोषण के कारण बच्चे डंप हो जाते हैं और कभी-कभी उनके मन में अपने ही माता-पिता के प्रति गुस्सा पनपने लगता है। यह पालन-पोषण बच्चे के भावनात्मक विकास पर भी प्रभाव डालता है।

कैसे करें हेलीकॉप्टर पेरेंट्स की पहचान?

यहां कुछ बातें बताई गई हैं जिससे पता चलेगा कि आपका बच्चा हेलीकॉप्टर पेरेंटिंग का शिकार हो चुका है। किसी भी मुश्किल काम को अकेले नहीं कर पाना। दोस्तों को पेरेंट्स से मिलने में झिझक, नए लोगों से मिलने से घबराना, बच्चों का खुद से कोई पहल न करना।

अगर आप भी हेलीकॉप्टर पेरेंटिंग कर रहे हैं, तो संभल जाए। शिक्षा से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh के साथ

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