Srikanth Bolla: IIT में नहीं थी पढ़ने की अनुमति, लेकिन नहीं मानी हार
By Priyanka Pal10, Apr 2024 12:40 PMjagranjosh.com
श्रीकांत बोला
मशहूर इंडस्ट्रियलिस्ट श्रीकांत बोला बोलैंट इंडस्ट्रीज के फाउंडर हैं। यह पहले इंटरनेशनल विजुअली इम्पेयर्ड स्टूडेंट रहे हैं, जिन्होंने पढ़ाई से लेकर जिंदगी की बहुत सी लड़ाई अकेले ही लड़ी है। युवाओं के लिए उनकी सक्सेस स्टोरी प्रेरणादायक है।
बचपन
श्रीकांत बोला आंध्र प्रदेश के सीतारामपुरम के रहने वाले हैं। उनका जन्म साल 1991 में हुआ था वह बचपन से ही विजुअली इम्पेयर्ड पर्सन हैं। उनके परिवार की गुजर - बसर खेती - बाड़ी से होती थी।
पढ़ाई के लिए मशक्कत
वह साइंस स्ट्रीम से पढ़ाई करना चाहते थे उन्हें ऐसा नहीं करने दिया गया। इसके लिए उन्होंने कोर्ट में दर्ज किया केस। जिसके बाद साइंस पढ़ने की मिली इजाजत।
12वीं बोर्ड के अंक
अपने रिस्क पर पढ़ाई करने वाले श्रीकांत बोला ने क्लास 12 में 98 प्रतिशत अंकों से पास की। आईआईटी में विजुअली इम्पेयर्ड होने के चलते नहीं एडमिशन।
इंजीनियरिंग
उसके बाद श्रीकांत ने मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की। वह पहले इंटरनेशनल ब्लाइंड स्टूडेंट बने, अमेरिका ने इन्हें काफी कॉर्पोरेट अवसर मिले लेकिन वह कुछ बड़ा करना चाहते थे।
कंपनी
साल 2011 में उन्होंने विकलांग बच्चों के लिए केंद्र की स्थापना की। इसके बाद साल 2012 में उन्होंने बोलैंट कंपनी खोली।
सक्सेस
इस कंपनी में कई एकाधिक विकलांगों को नौकरियां दी गईं। साल 2018 में इस कंपनी का टर्नओवर 180 करोड़ रुपये तक गया।
फोर्ब्स मैगजीन
साल 2017 में इनका नाम फॉर्ब्स मैगजीन में एशिया के अंडर 30 की लिस्ट में तीसरें नंबर पर रहा था। जो कि इनके लिए बहुत बड़ी उपलब्धि रही थी।
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