रिजेक्शन से निराश न हो, इन 7 टिप्स से करें नई शुरुआत


By Priyanka Pal17, Feb 2024 12:47 PMjagranjosh.com

रिजेक्शन

कई बार नहीं बहुत बार हम सभी रिजेक्शन से डरते हैं और जिसके बाद निराशाओं से घिरने लगते हैं। लेकिन इन रिजेक्शन को आप अपनी कमजोरी न समझे इसके लिए आगे जानिए कुछ ऐसे तरीके जिनसे आप रिजेक्शन को अपनी नई आशा की किरण समझ सकते हैं।

उम्मीद

जब आप अपने किसी काम से या लोगों से किसी चीज को लेकर ज्यादा उम्मीद करने लगते हैं। तभी निराशा भी आपको जकड़ने लगती है। ऐसा ना इसके लिए आपको अपनी उम्मीदे कम करनी चाहिए और उन चीजों को वैल्यू देनी चाहिए।

अगले प्रयास की तैयारी करें

किसी नौकरी के लिए इंटरव्यू देते समय मिला रिजेक्शन आपका भविष्य तय नहीं कर सकता। यह भी याद रखना चाहिए कि हमारे जैसे दूसरे लोग भी वहां होते हैं। इसलिए ना को दिल पर ना लें और निराश ना होकर अगले प्रयास की तैयारी करें।

सबक

किसी कार्य में निराशा मिलने पर आपको इसे अपनी डायरी में एक अनुभव के तौर पर लिखना चाहिए। अगर आप किसी ठोस कारण या अपनी कमी के बारे में जान पाएं तो इसे एक सबक के रूप में लेते हुए अगली बार उससे बचने की कोशिश करें।

गुस्सा खत्म करें

कभी - कभी बॉस या आपके किसी पूर्व परिचित के रिजेक्शन की एक वजह आपसे क्षणिक नाराजगी भी हो सकती है। लेकिन एक बार गुस्सा शांत करके आप बात करने का प्रयास करें।

दिल पर न लें रिजेक्शन

किसी भी कारण से हुए रिजेक्शन को दिल पर न ले। इससे आपको निराशा हो सकती है लेकिन उसे परिस्थिती से मूव ऑ़न होना का प्रयास जल्दी करना बेहतर है। निराशा के बादल छाने से आप किसी कार्य के प्रति अपनी लगन नहीं लगा पाते।

नए अवसर

आपको कोई नकार दे तो निराश या दुखी होने के बजाय इसे सहज रूप में लें और खुद को आगे की प्रक्रिया के लिए तैयार करें। रिजेक्शन कभी भी आपकी सफलता की यात्रा में अड़चन नहीं बन सकता।

ऐसी ही करियर टिप्स और एजुकेशन से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh.com के साथ।

80/20 का रूल अपनाएं, कम समय में होगी ज्यादा पढ़ाई