By Mahima Sharan24, May 2024 02:17 PMjagranjosh.com
झूठ बोलने की आदत
बच्चों को सच और झूठ के बीच अंतर सिखाना एक बड़ी चुनौती है। बढ़ती उम्र के साथ बच्चे कब झूठ बोलना सीख जाते हैं, यह समझना मुश्किल होता है। आपको तब पता चलता है जब आप उसका एक झूठ पकड़ लेते हैं। यहां कुछ टिप्स दिए गए हैं, जिसकी मदद से आप अपने बच्चों को झूठ बोलने से रोक सकते हैं-
झूठ का कारण समझें
बच्चों को झूठ बोलने की आदत से मुक्ति दिलाने के लिए यह समझना जरूरी है कि बच्चे झूठ क्यों बोलते हैं। अक्सर बच्चे कोई बात छुपाने के लिए झूठ बोलते हैं जहां उन्हें लगता है कि सच बोलने पर डांट पड़ सकती है। इसलिए बच्चों में स्वतंत्रता की भावना पैदा करें।
सच बोलने का माहौल
झूठ बोलने का सबसे प्रमुख कारण डर है। बच्चे के मन से यह डर निकालना जरूरी है। उसे विश्वास होना चाहिए कि सच बोलने पर उसे डांट नहीं खानी पड़ेगी। जब बच्चे को इस बात का भरोसा हो जाता है कि उनके माता-पिता उनकी बात को समझेंगे, तब वे बात को नहीं छुपाते।
झूठ और सच के बीच का अंतर
बच्चे से सच और झूठ के बारे में खुलकर बात करें। उसे उदाहरण सहित झूठ बोलने के गलत परिणामों के बारे में बताएं। उससे पूछें कि अगर उसके माता-पिता उससे झूठ बोलें तो उसे कैसा लगेगा।
अपने बच्चे को झूठा न कहे
बच्चे का स्वभाव बदलने के लिए आपका धैर्य बहुत जरूरी है। अगर आप जानते हैं कि बच्चा सच नहीं बोल रहा है तो भी उस पर चिल्लाएं नहीं। न ही उस पर बार-बार सच बोलने का दबाव डालें। उसे धैर्यपूर्वक समझाएं बेहतर विकल्प है।
बच्चे की प्रशंसा करें
अगर बच्चा गलती मानता है तो इसके लिए उसे डांटें नहीं, बल्कि उसकी तारीफ करें। उसे विश्वास दिलाएं कि भले ही उसने गलती की है, लेकिन सच स्वीकार कर उसने अच्छा काम किया है।
उदाहरण के द्वारा नेतृत्व
बच्चों में कोई भी आदत विकसित करने के लिए आपको उनका रोल मॉडल बनकर उभरना चाहिए। यदि आप उसके सामने उदाहरण रखेंगे कि आप सच बोलते हैं तो उसे भी प्रेरणा मिलेगी।
इन टिप्स को फॉलो कर के आप अपने बच्चों को झूठ बोलने से रोक सकते हैं। शिक्षा से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh के साथ