छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है सोशल मीडिया, जानें


By Mahima Sharan26, Sep 2024 06:43 PMjagranjosh.com

तुलना करने की आदत

सोशल मीडिया के इस्तेमाल से बच्चों में तुलना करने की भावना बढ़ती हैं। यह निरंतर तुलना चिंता को बढ़ा सकती है और आत्म-सम्मान को कम कर सकती है।

नींद के पैटर्न में बदलाव

सोशल मीडिया का अत्यधिक उपयोग, सोने से पहले, नींद के पैटर्न को खराब कर सकती है। स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी मेलाटोनिन में बाधा डालती है, जो नींद खराब करती है।

साइबर बुलिंग और ऑनलाइन उत्पीड़न

साइबर बुलिंग सोशल मीडिया पर एक महत्वपूर्ण मुद्दा है, जो छात्रों को इमोशनली कमजोर और डिप्रेशन का कारण बनता है। नकारात्मक बातचीत मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव डाल सकती है।

सामाजिक कौशल में कमी

सोशल मीडिया के अत्यधिक इस्तेमाल से बच्चों का कम्युनिकेशन स्किल खराब होता है, क्योंकि वे अपना ज्यादा समय वर्चुअली बिताते हैं यही कारण है कि वे सामाजिक तौर पर लोगों से बात नहीं कर पाते।

टाइम मैनेजमेंट के मुद्दे

सोशल मीडिया की लत लग सकती है, जिससे छात्र ऑनलाइन बहुत अधिक समय बिताते हैं और अपनी शैक्षणिक जिम्मेदारियों की उपेक्षा करते हैं।

बच्चों के लिए अत्यधिक सोशल मीडिया खतरनाक साबित हो सकता है। शिक्षा से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh के साथ

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