By Priyanka Pal03, Jun 2024 05:04 PMjagranjosh.com
वोटिंग की प्रक्रिया खत्म होने के बाद चुनाव अधिकारी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन को सील और पैक करते हैं। इसके लिए एक विशेष प्रकार की सीलिंग सामग्री का उपयोग किया जाता है ताकि मशीन से छेड़छाड़ न हो सके।
वोटिंग मशीन
जब वोटिंग समाप्त होती है, तो प्रेसाइडिंग ऑफिसर ईवीएम को क्लोज़ कर देता है, जिससे वोटिंग की प्रक्रिया बंद हो जाती है। क्लोज़िंग के बाद, कोई भी वोट नहीं डाला जा सकता।
ट्रांसपोर्टेशन
सील और पैक की गई EVM को सुरक्षित रूप से स्ट्रॉन्ग रूम में ले जाया जाता है। इस प्रक्रिया के दौरान, सुरक्षा बलों की निगरानी में मशीनें रखी जाती हैं।
स्ट्रॉन्ग रूम
EVM को स्ट्रॉन्ग रूम में रखा जाता है, जहां उन्हें ताला और सील लगा कर सुरक्षित रखा जाता है। स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सीसीटीवी कैमरों और सुरक्षा बलों का प्रबंध किया जाता है।
मतगणना से पहले सुरक्षा
EVM को मतगणना से पहले स्ट्रॉन्ग रूम में सुरक्षित रखा जाता है। इस दौरान सभी राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों को भी स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बुलाया जाता है।
वोटों की गिनती
EVM में दर्ज वोटों की गिनती की जाती है और परिणाम की घोषणा की जाती है। ईवीएम में जो वोट दर्ज होते हैं, उन्हें VVPAT के साथ भी मिलान किया जाता है।
स्टोरेज
मतगणना के बाद, ईवीएम को फिर से सील और सुरक्षित स्थान पर रखा जाता है। भविष्य के चुनावों में इन मशीनों का दोबारा यूज़ किया जा सकता है।
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