India's First Budget: भारत का पहला बजट कब पेश किया गया था? जानें


By Mahima Sharan31, Jan 2025 02:02 PMjagranjosh.com

क्या होता है बजट

देश के आर्थिक स्वरूप में केंद्रीय बजट का बहुत महत्व है, इसकी जड़ें कोनिकल समय से जुड़ी हैं। यह सरकार के फाइनेंस के लिए एक फ्रेमवर्क तैयार करता है, जिसमें रेवेन्यू, एक्सपेंडिचर और फिसकल प्लानिंग शामिल हैं।

कल आएगा बजट 

पिछले कुछ वर्षों में, बजट में देश के बदलते आर्थिक लैंडस्केप के अनुसार काफ़ी बदलाव हुए हैं। 2025-26 के लिए आगामी केंद्रीय बजट 1 फरवरी को संसद में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया जाएगा।

भारत का पहला बजट

भारत का पहला केंद्रीय बजट 7 अप्रैल, 1860 को भारतीय परिषद के वित्त सदस्य और द इकोनॉमिस्ट अखबार के संस्थापक जेम्स विल्सन द्वारा पेश किया गया था। उस समय, भारत ब्रिटिश कोनिकल शासन के अंदर था, और बजट 1857 में भारतीय स्वतंत्रता के प्रथम युद्ध के बाद ब्रिटिश प्रशासन द्वारा सामना की गई वित्तीय कठिनाइयों का जवाब था।

फाइनेंशियल सिस्टम में किया सुधार

असफल विद्रोह के मद्देनजर, महारानी विक्टोरिया ने फाइनेंशियल सिस्टम में सुधार, कर स्ट्रक्चर शुरू करने और एक नई कागजी मुद्रा लागू करने के लिए जेम्स विल्सन को भारत भेजा। उनकी प्रमुख पहलों में से एक इनकम टैक्स की शुरुआत थी, जो आज भी सरकारी रेवेन्यू का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

डायरेक्ट टैक्स

ब्रिटिश सरकार ने पहले डायरेक्ट टैक्स को लागू करने के बारे में सोचा था, लेकिन उन्हें यह नहीं पता था कि उन्हें कैसे लागू किया जाए। उनके पास खराब तरीके से डिजाइन किए गए लाइसेंस टैक्स बिल की भी योजना थी।

जेम्स विल्सन ने किया बदलाव

जब जेम्स विल्सन आए, तो उन्होंने इस योजना को रद्द कर दिया और दो स्पष्ट बिल पेश किए - एक इनकम टैक्स और एक रिवर्स लाइसेंस टैक्स। अपने फाइनेंशियल स्टेटमेंट में, उन्होंने कहा कि 200 रुपये प्रति वर्ष से कम कमाने वाले लोगों को टैक्स नहीं देना होगा।

स्वतंत्रता के बाद का पहला बजट

भारत को स्वतंत्रता मिलने के बाद, नए स्वतंत्र राष्ट्र का पहला केंद्रीय बजट 26 नवंबर, 1947 को स्वतंत्र भारत के पहले वित्त मंत्री आरके शानमुखम चेट्टी द्वारा प्रस्तुत किया गया था। 2019 से, निर्मला सीतारमण केंद्रीय बजट पेश कर रही हैं।

सीतारमण का यह लगातार आठवां बजट होगा। शिक्षा से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh के साथ

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