जानें कौन सी आदतें बच्चों के गुस्से को करती हैं ट्रिगर
By Mahima Sharan16, Oct 2023 06:07 AMjagranjosh.com
फैमिली प्रॉब्लम
परिवार के अन्य सदस्यों को एक-दूसरे से बहस करते या क्रोधित होते देखना एक बच्चे के लिए आसान नहीं है इससे उनके दिमाग पर गलत प्रभाव पड़ता है।
मित्रता की समस्याएं
कई बार दोस्तों से लड़ाई होना भी बच्चों के स्वभाव पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं और वे गुस्सा और चिड़चिड़े बनने लगते हैं।
धमकाया जा रहा है
कई बार बच्चे एंटी-बुलिंग का शिकार बन जाते है जिसके कारण उनमें चिड़चिड़ापन विकसित होता है।
स्कूल के काम या परीक्षा से जूझना
जरूरी नहीं कि सभी बच्चे पढ़ाई में तेज ही हो और ऐसे में बच्चों पर स्कूल, ट्यूशन, परीक्षा या माता-पिता का दबाव नकारात्मक असर डालता है।
किसी बात को लेकर बहुत अधिक तनावग्रस्त
ज्यादातर किशोरावस्था के दौरान बच्चे अपने मन की बात किसी से साझा नहीं कर पाते है और उनको लेकर तनाव में रहते है, जो उसको चिड़चिड़ा बनाता है।
हार्मोन परिवर्तन से निपटना
बढ़ती उम्र में बच्चों के हार्मोन में बदलाव होने शुरू शुरू हो जाते है, जिससे वे अनजान होते हैं और फिर दूसरों के प्रति उनका रवैया चिड़चिड़ा हो जाता है।
रिश्तों में कठिनाई
छोटे बच्चों में कभी-कभार किसी भाई-बहन को मारना या किसी का नाम लेकर पुकारना सामान्य बात है। हालांकि, जब बच्चों का गुस्सा उन्हें दोस्ती बनाए रखने से रोकता है, या परिवार के सदस्यों के साथ स्वस्थ संबंध विकसित करने में बाधा डालता है, तो इस मुद्दे को संबोधित करने का समय आ गया है।
पारिवारिक जीवन में व्यवधान
यदि आपके बच्चे के गुस्सैल व्यवहार के कारण आपकी दैनिक गतिविधिया बाधित होती हैं, तो यह परिवार में किसी के लिए भी स्वस्थ नहीं है। मंदी से बचने के लिए बाहर घूमना या अपने बच्चे को सौंपना अस्थायी समाधान हैं जो दीर्घकालिक समस्याओं को जन्म देंगे।