Time Travel Theory: आखिर किसने डिस्कवर की रहस्यमयी थ्योरी?
By Priyanka Pal24, Apr 2024 12:46 PMjagranjosh.com
क्या सच में टाइम ट्रेवल किया जा सकता है, क्या आपको पता है आखिर कौन था वो साइंटिस्ट जिसने दी टाइम ट्रेवल की थ्योरी और क्या है इसका रहस्य।
टाइम ट्रेवल
दो विद्वान न्यूटन के अनुसार टाइम ट्रेवल करना नामुमकिन है तो वहीं साइंस के जानकार अल्बर्ट आइंस्टीन का नियम कहता है कि टाइम ट्रेवल किया जा सकता है।
न्यूटन की थ्योरी
न्यूटन ने टाइम को एक Arrow की तरह सोचा, जिसे एक बार छोड़ा जाएगा तो वह सीधे डायरेक्शन में ही जाएगा। इसे आप चाहे किसी भी प्लेनिट पर क्यों न छोड़ें। न्यूटन के अनुसार फेके गए arrow की स्पीड वही होगी जितनी तेजी से फेका गया था।
आइंस्टीन
विद्वान का मानना था कि टाइम एक नदी है, जो हमेशा एक ही दिशा में वह रही है। लेकिन क्या उसकी स्पीड एक समान होती है? नहीं नदी के रास्ते में आने वाले पत्थर से उसकी स्पीड में फर्क पड़ता है।
फिजिक्स रूल्स
आइंस्टीन का कहना था कि जिस तरह नदी में पत्थर की वजह से उसकी स्पीड बदल सकती है। उसी तरीके से फिजिक्स में ऐसा कोई रूल नहीं जो टाइम ट्रेवल नामुमकिन कहता हो।
स्पेशल थ्योरी
आइंस्टीन द्वारा दी गई टाइम और स्पेस के लिए थ्योरी थोड़ी अलग थी। स्पेशल थ्योरी ऑफ रिलेटिविलटी जिसमें उन्होंने कहा कि टाइम और स्पेस एक दूसरे से कनेक्ट हैं।
स्पीड ट्रेवल
अल्बर्ट आइंस्टीन द्वारा दी गई थ्योरी के अनुसार जब हम बहुत तेजी से ट्रेवल करते हैं तो हमारे लिए टाइम धीरे - धीरे चलता है। लेकिन वहीं अगर आप किसी ऐसे ऑब्जेक्ट के नजदीक हो जिसकी Gravity बहुत ज्यादा है तो आपके लिए टाइम धीरे हो जाता है।
स्पेस टाइम क्या है?
ऑब्जेक्ट जितना अलग स्पेस टाइम पर उसका उतना ही असर पड़ता है। जैसी ही वजन का स्पेस टाइम पर असर पड़ता है वैसे ही स्पीड का भी उसपर असर पड़ता है।
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