By Mahima Sharan31, Jul 2024 12:19 PMjagranjosh.com
भूस्खलन का मामला
बरसात का मौसम आते ही कई इलाको में जमीन खिसकने जैसी वारदात सामने आती है। खासकर पहाड़ी हिस्सों में लैडस्लाइड आम है और कई बार यह जान-मान का खतरा बन जाता है।
क्यों होता है लैंडस्लाइड?
इस साल भी कई इलाकों में भूस्खलन का मानना सामने आया है, जिसमें नागालैंड से जम्मू कश्मीर तक के शहर शामिल है। जिसने देश-भर में कई सारे नुकसान हुए हैं। ऐसे में अब बात आती है कि लैडस्लाइड क्यों होता है और किन इलाकों में इसका ज्यादा खतरा होता है।
क्या होता है लैंडस्लाइड
किसी इलाके में चट्टानों का गिरना, कीचड़ का तेज बहना, जमीन का खिसकना जैसे मामले को लैंडस्लाइड कहा जाता है। लैंडस्लाइड ज्यादातर पहाड़ी इलाकों में होता है।
कितने प्रकार के होते हैं लैंडस्लाइड
लैंडस्लाइड 5 प्रकार के होते हैं। किसी जगहों पर चट्टान गिर जाते हैं, कहीं चट्टान पटल जाती है, तो कभी चट्टान ऊपर से नीचे की ओर खिसकती जाती है। लैंडस्लाइड ज्यादातर ज्वालामुखी फटने, बाढ़ और भूकंप के कारण होती है।
लैंडस्लाइड की वजहें क्या हैं?
लैंडस्लाइड की कई वजहें होती है, जिसमें प्राकृतिक घटनाएं तो शामिल है ही इसके साथ-साथ कई सारे मानव हस्तक्षेप भी बड़ी वजह है। लैंडस्लाइड के सबसे मुख्य कारणों में से एक है जंगलों की अंधाधुंध कटाई।
जंगलों का कटना
यह एक सबसे बड़ा मानव हस्तक्षेप है, जो लैंड स्लाइडिंग का कारण बन चुकी है। पेड़ों की कटाई के कारण चट्टानों की पकड़ ढीली पड़ जाती है और वह खिसकना शुरू कर देती है। पेड़ों की कटाई के अलावा भारी बारिश के कारण भी लैंडस्लाइड के मामले बढ़ जाते हैं।
लैंडस्लाइड को रोकने के लिए प्रकृति के साथ छेड़खानी बंद करना बेहद जरूरी है। शिक्षा से जुड़ी तमाम खबरों के लिए जुड़े रहे jagranjosh के साथ
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