भारत के उद्योगपति एवं टाटा समूह के पूर्व अध्यक्ष रतन नवल टाटा को नाइट ग्रांड क्रॉस (जीबीई) मानद सम्मान से सम्मानित करने का निर्णय लिया गया. ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने वर्ष 2014 में रतन नवल टाटा को यह सम्मान देने की स्वीकृति 10 अप्रैल 2014 को प्रदान की. इसकी घोषणा विदेश एवं राष्ट्रकुल कार्यालय (एफसीओ) द्वारा की गई.
रतन टाटा को भारत-ब्रिटेन के कारोबारी संबंध मजबूत करने और परोपकारी कार्यों के लिए चुना गया. यह ब्रिटेन की महारानी द्वारा किसी नागरिक को दिया जाने वाला नाइटहुड वर्ग का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है.
वर्ष 2014 के लिए ब्रिटेन के मानद सम्मान के लिए चुने गए विदेशियों में 76 वर्षीय टाटा एकमात्र भारतीय हैं. इससे पहले रतन नवल टाटा को वर्ष 2009 में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय द्वारा केबीई (नाइट कमांडर) से सम्मानित किया गया था.
प्रमुख रूप से राजनयिक सेवाओं और विदेश में रह रहे ब्रिटिश नागरिकों को 'नाइट कमांडर' की उपाधि दी जाती है. साथ ही उत्कृष्ट कार्यों के लिए विदेशी नागरिकों को भी इस उपाधि से सम्मानित किया जाता है.
टाटा समूह, ब्रिटेन में सबसे बड़े नियोक्ताओं में से एक है. इसने ब्रिटेन में 60000 लोगों को रोजगार प्रदान किया है.
टाटा लिमिटेड की स्थापना वर्ष 1907 में लंदन में हुई थी. जो पूरे यूरोप में टाटा समूह का प्रतिनिधित्व करती है.
विदित हो कि टाटा मोटर्स ने ब्रिटेन के लक्जरी कार ब्रांड जगुआर-लैंड रोवर (जेएलआर) का वर्ष 2008 में अधिग्रहण किया था. अधिग्रहण के बाद जगुआर-लैंड रोवर (जेएलआर) में काफी सुधार हुआ.
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