भारत के वाणिज्य, उद्योग एवं वस्त्र मंत्री आनंद शर्मा ने अपने म्यामार दौर के दौरान 06 जून 2013 को राजधानी ने पी ता (Nay Pyi Taw) में आयोजित ‘पूर्वी एशिया पर विश्व आर्थिक मंच 2013’ (World Economic Forum on East Asia 2013) के एक सत्र ‘दीर्घकालिक परिदृश्य’ (Long-Term View) को संबोधित करते हुए भारत को म्यामार का ‘अडिग मित्र’ (Steadfast Friend) बताया. उन्होंने म्यामार की आर्थिक प्राथमिकताओं में भारत के सहयोग का भरोसा दिलाया.
वाणिज्य, उद्योग एवं वस्त्र मंत्री आनंद शर्मा ने कहा कि म्यामार में लोकतंत्र की मजबूत होती स्थिति के कारण यहां पर आने के इच्छुक निवेशकों का आत्मविश्वास बढ़ा है.
आशियान (ASEAN) देशों के साथ वृहद आर्थिक साझेदारी समझौते (World Economic Partnership Agreement) के अंतिम स्वरूप देने के साथ ही आनंद शर्मा ने इस बात पर जोर दिया कि यह अति महत्वपूर्ण रूपरेखा भारत के इस क्षेत्र के देशों, जिनमे म्यामार भी शामिल है, के साथ व्यापार एवं निवेश सम्बंधों को प्रगाढ़ बनाने में प्रेरक का कार्य करेगा.
आनंद शर्मा ने भारत, थाईलैंड और म्यामार के बीच त्रिपक्षीय हाईवे (जैसा कि कहा जाता है), का कार्य आधा समाप्त होने के बारे बताते हुए उम्मीद जाहिर की कि इसे 2015-16 तक पूरी तरह से क्रियान्वित कर लिया जाएगा.
म्यामार में मानव संसाधन विकास को लेकर भारते के निवेश के सम्बंध में आनंद शर्मा ने बताया कि यानगॉन (Yangaon) में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन आईटी की स्थापना के बाद मैंडले (Mandalay) में विश्वविद्यालय के स्तर का सूचना प्रद्यौगिकी संस्थान स्थापित किया जाएगा. इसके अतिरिक्त म्यामार उद्योग में कुशल मानवश्रम की उपलब्धता के लिए पोकोक्कू (Pakokku) में औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र की स्थापनी पहले ही की जा चुकी है.
वाणिज्य, उद्योग एवं वस्त्र मंत्री ने म्यामार में कृषि उत्पादकता एवं कृषिगत विस्तार के उन्नयन के सम्बंध में अपने अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि भारत के अनुदान सहायता के माध्यम से येजिन में कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा के उन्नत केंद्र तथा म्यामार मे ही एक चावल जैव पार्क (Rice Bio Park) की स्थापना होनी है.
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