विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) द्वारा 01 नवंबर 2017 को जारी वैश्विक रिपोर्ट में कहा कि भारत में कामकाजी महिलाओं में 66 प्रतिशत महिलाएं अवैतनिक कार्य करती हैं. डब्ल्यूईएफ रिपोर्ट के अनुसार विश्वभर में पुरुषों की तुलना में महिलाओं में प्रतिदिन 'अवैतनिक कार्य' का अनुपात काफी अधिक है.
रिपोर्ट का कहना है कि भारत में जो महिलाएं कहीं न कहीं कार्यरत हैं वे अपने तय मानक अथवा तय राशि के अनुसार भुगतान प्राप्त नहीं करती हैं. उन्हें नियोक्ता द्वारा तय किए गये वेतन से कहीं कम अथवा कुछ भी नहीं दिया जाता.
मुख्य बिंदु
• डब्ल्यूईएफ द्वारा अवैतनिक कार्यों की गणना के लिए 15 से 64 वर्ष की महिलाओं को शामिल किया गया.
• डब्ल्यूईएफ की यह रिपोर्ट पुरुषों द्वारा घर के काम, खरीददारी, घर के सदस्यों की देखभाल, गैर-घरेलू सदस्य की देखभाल, घर के कामों से संबंधित यात्रा और अन्य वैतनिक गतिविधियों प्रतिदिन खर्च किए औसत मिनट पर आधारित है.
• डब्ल्यूईएफ वैश्विक लिंग अंतर रिपोर्ट 2017 के मुताबिक, भारत में औसत 66 प्रतिशत महिलाओं के कामकाज अवैतनिक हैं.
• इसी श्रेणी में महिलाओं की तुलना में पुरुषों में यह आकंड़ा 12 प्रतिशत है.
• चीन में अवैतनिक कार्य करने वाली महिलाओं की संख्या 44 प्रतिशत है जबकि पुरुषों का आंकड़ा 19 प्रतिशत है.
• विकसित देशों में ब्रिटेन को इस सूची में 15वें स्थान पर रखा गया है.
• ब्रिटेन में महिलाओं के कामकाज का 56.7 प्रतिशत अवैतनिक है, जबकि पुरुषों के कार्य का 32 प्रतिशत अवैतनिक है.
• डब्ल्यूईएफ रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका में अवैतनिक महिलाओं की संख्या 50 प्रतिशत है पुरुषों के मामले में यह आंकड़ा 31.5 प्रतिशत है.
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