उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 05 सितंबर 2017 को मेट्रो रेल का शुभारम्भ किया गया. गाजियाबाद और नोएडा के बाद यह प्रदेश का तीसरा शहर होगा जहां मेट्रो शुरू की जा रही है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और राज्यपाल राम नाइक ने हरी झंडी दिखाकर इसकी शुरुआत की. लखनऊ मेट्रो 6 सितंबर 2017 से आम लोगों के लिए उपलब्ध हो जाएगी. मुख्यमंत्री और गृहमंत्री सहित सभी मंत्रियों और अधिकारियों ने मेट्रो से ट्रांसपोर्ट नगर से चारबाग तक यात्रा की.
प्रमुख तथ्य-
- उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश के कई अन्य शहरों में मेट्रो चलवाने की योजना पर काम कर रही है.
- अब अलग-अलग मेट्रो कॉर्पोरेशन के तहत काम ना होकर बल्कि राज्य में एक ही यूपी मेट्रो कॉर्पोरेशन की शुरुआत करेंगे.
- मेट्रो मैन श्रीधरन को यूपी मेट्रो कॉर्पोरेशन का प्रधान सलाहकार बनाया जाएगा.
- प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने लखनऊ मेट्रो पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को समर्पित की.
- गृहमंत्री राजनाथ सिंह के अनुसार लखनऊ शहर नवाबों के साथ-साथ मेट्रो शहर के रूप में भी जाना जाएगा. मेट्रो जिस भी शहर में चलती है, वहां विकास के द्वार खुल जाते हैं.
- राजनाथ के अनुसार लखनऊ के चारों ओर 104 किलोमीटर की रिंग रोड बनाई जाएगी, जिसका अकरी शुरू किया जा चुका है.
मेट्रो सेवा 6 सितंबर से आम लोगों हेतु-
- राजनाथ सिंह और योगी आदित्यनाथ मेट्रो रेल को हरी झंडी दिखाने के बाद पहले राइड के लिए ट्रांसपोर्ट नगर स्टेशन पर सवार होंगे, जबकि आम लोगों के लिए मेट्रो का सफर बुधवार सुबह से शुरू होगा.
- लखनऊ मेट्रो सुबह 6 बजे से लेकर रात 10 बजे तक चलेगी.
- चारबाग से ट्रांसपोर्ट नगर का किराया 10 रुपए से लेकर 60 रुपए तक होगा.
- आपातकालीन परिस्थितियों में यात्री टॉकबैक के जरिए ड्राइवर से बात कर सकेंगे.
लखनऊ मेट्रो के बारे में-
- लखनऊ मेट्रो ट्रेन सभी स्टेशनों पर खुद-ब-खुद रुकेगी.
- मेट्रो के पहियों से बिजली भी पैदा की जा सकेगी.
- मेट्रो में सफर करने वाले यात्रियों पर कंट्रोल रूम से निगरानी की जा सकेगी.
- किसी भी इमरजेंसी में मेट्रो पर कंट्रोल रूम से ही ब्रेक लगाया जा सकेगा.
- मेट्रो के एंट्री गेट तीन फीट तक के बच्चों के लिए फ्री में खुलेंगे.
- किसी इमरजेंसी में क्रू-केबिन का दरवाजा सीधे ट्रैक पर भी खुल सकेगा.
- कोच में लगी एलईडी रोशनी बाहर के हिसाब से कम ज्यादा खुद-ब-खुद होती रहेगी.
- यात्री इमरजेंसी के हालात में सीधे ट्रेन ऑपरेटर से बात कर सकेंगे.
- स्टेशनों पर भी यात्री सुविधाएं बेहतरीन हैं, फ्री वाई-फाई के साथ स्टेशन ग्रीन टॉयलेट से लैस हैं.
- लखनऊ मेट्रो में सुरक्षा सिस्टम भी सबसे आधुनिक है, ट्रेन काफी तेजी से रफ्तार पकड़ती है और उतनी ही तेजी से ये रोकी भी जा सकती है.
80 किमी की रफ्तार से दौड़ने की क्षमता-
- लखनऊ मेट्रो ट्रैक पर 80 किमी की रफ्तार से दौड़ सकती है, पर अभी इसे इतनी स्पीड से चलाया नहीं जाएगा. पहले फेज में ट्रांसपोर्ट नगर से चारबाग तक मेट्रो चलाने की जो तैयारी है उसमें इसकी स्पीड 40 से 45 किमी प्रतिघंटा रहेगी.
- इस रूट में आठ स्टेशन आएंगे, जिन पर रुकते हुए ट्रेन ट्रांसपोर्ट नगर से चारबाग तक करीब 8.5 किमी का सफर 15-17 मिनट में तय करेगी. ट्रांसपोर्ट नगर से चारबाग तक कुल आठ स्टेशन हैं.
- पूरा रूट 8.5 किमी का है. हर स्टेशन पर ट्रेन 30 से 40 सेकेंड रुकेगी. जिन स्टेशन पर अधिक लोड होगा, वहां 40 सेंकेड का स्टॉपेज होगा, वरना सामान्य तौर 30 सेकेंड ही ट्रेन रुकेगी.
चारबाग स्टेशन पर 65 सीसीटीवी कैमरे-
- सुरक्षा के लिये चारबाग स्टेशन पर 65 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. अन्य स्टेशनों पर 45 से 50 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. मेट्रो यूजर्स के लिए स्टेशनों पर फ्री वाई-फाई की सुविधा रहेगी.
- इसके लिए प्रवेश द्वार पर मशीनें लगा दी गई हैं, जिसके पास गो-स्मार्ट मेट्रो कार्ड होंगे, वे इस मशीन पर कार्ड स्वैप कर मोबाइल व लैपटॉप पर फ्री इंटरनेट का इस्तेमाल मेट्रो परिसर के अंदर कर सकेंगे.
लखनऊ में मेट्रो के चार रूट-
- लखनऊ मेट्रो रोजाना सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक चलेगी. 8 किलोमीटर की दूरी में कुल 8 स्टेशन हैं.
- इसका एवरेज हर एक किलोमीटर पर एक मेट्रो स्टेशन है.
- टांसपोर्ट नगर, कृष्णा नगर, सिंगार नगर, आलमबाग, आलमबाग बस स्टैंड, मवैया, दुर्गापुरी और चारबाग स्टेशन शामिल हैं.
- लखनऊ में मेट्रो के चार रूट तैयार हो रहे हैं.
पहला रूट- अमौसी से कुर्सी रोड
दूसरा रूट- बड़ा इमामबाड़ा से सुल्तानपुर रोड
तीसरा रूट- पीजीआई से राजाजीपुरम
चौथा रूट- हजरतगंज से फैजाबाद रोड तक मेट्रो को जोड़ा जाएगा.
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