वैज्ञानिकों ने 27 सितंबर 2017 को यह घोषणा की कि उन्होंने दो ब्लैक होल्स के विलय से चौथी गुरुत्वीय तरंगों की खोज की है.
यह पहली बार है कि इस घटना को अमेरिका-आधारित लीगो और इटली स्थित वर्गो डिटेक्टरों द्वारा एक साथ मापा गया है.
इस खोज के बारे में एक पत्र में बताया गया जिसे शीघ्र ही भौतिक समीक्षा पत्रों में प्रकाशित किया जाएगा.
मुख्य बिंदु
• इस संबंध में नवीनतम अवलोकन 14 अगस्त 2017 को किया गया. यह वर्गो डिटेक्टर द्वारा दर्ज की गयी पहली गुरुत्वाकर्षण तरंग है.
• लिविंगस्टन, लुइसियाना में स्थित लीगो के दो डिटेक्टर और वाशिंगटन के हनफोर्ड में मौजूद दो अन्य डिटेक्टरों ने भी इसी प्रकार की घटनाओं का पता लगाया था.
• गुरुत्वाकर्षण तरंगें दोनों ब्लैक होल्स के विलय के अंतिम चरण के दौरान उत्सर्जित हुईं. इनका द्रव्यमान सूर्य के द्रव्यमान से लगभग 31 और 25 गुना अधिक है तथा यह 1.8 अरब प्रकाश वर्ष दूर हैं.
• नव निर्मित ब्लैक होल हमारे सूर्य के द्रव्यमान का लगभग 53 गुना है. इसका अर्थ है कि विलय के दौरान लगभग तीन सौर जनगणनाएं गुरुत्वाकर्षण-तरंग ऊर्जा में परिवर्तित हो गईं.
गूगल ने भारत में डिजिटल पेमेंट ऐप तेज़ का शुभारम्भ किया
गुरुत्वीय तरंगें
अलबर्ट आइंस्टाइन ने वर्ष 1916 में अपने सापेक्षता के सिद्धान्त के आधार पर इनके अस्तित्व की भविष्यवाणी की थी. जब किसी परिवर्तनीय परिस्थिति में तेजी से बदलाव करते हुए द्रव्य पुँज विशेष प्रकार की तरंगों को उत्पन्न कर देते हैं, जो बहुत तेजी से, प्रकाश के वेग से, बाहर की ओर गुरुत्वीय शक्ति को फेंकती हैं तब उस समय इन्हीं तरंगों को गुरुत्वीय तरंगों के नाम से जाना जाता है.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation