अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के मुताबिक वित्त वर्ष 2017 और वर्ष 2018 में विकास दर के मामले में भारत चीन से आगे रहेगा. मौजूदा वित्त वर्ष में जीडीपी दर 7.2 प्रतिशत पर बनी रहेगी.
आईएमएफ ने यह भी कहा कि वित्त वर्ष 2018-19 में विकास दर बढ़कर 7.7 फीसद तक जा सकती है. वहीं आईएमएफ ने वर्ष 2017 और वर्ष 2018 में चीन की विकास दर क्रमश: 6.7 फीसदी और 6.8 फीसदी रहने का अनुमान व्यक्त किया है.
रिपोर्ट के अनुसार विकसित अर्थव्यवस्थाओं में मुद्रास्फीति कमजोर है और आम तौर पर लक्ष्यों के नीचे है. हालांकि यह गिरावट कई उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं जैसे ब्राजील, भारत और रूस जैसे देशों में भी देखी गई है.
चीन के विकास अनुमानों को बढ़ाए जाने के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बनी रहेगी. आईएमएफ ने अपनी रिपोर्ट में कहा है की अप्रैल में जारी किए गए वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक (डब्ल्यूईओ) में व्यक्त किए गए अनुमान के अनुसार ही वैश्विक अर्थव्यवस्था में प्रगति है.
आईएमएफ की इस रिपोर्ट के अनुसार विकसित देशों की अर्थव्यवस्थाओं में मुद्रास्फीति निम्न स्तर पर बनी रहेगी. रिपोर्ट में कहा गया है कि नोटबंदी के बाद भी वृद्धि दर 7.1 प्रतिशत थी, जो अनुमान से अधिक थी.
आईएमएफ ने भारत की आर्थिक वृद्धि का अनुमान अपनी अप्रैल की रिपोर्ट में दिए गए आंकड़ों के बराबर ही रखा है. वहीं रिपोर्ट के मुताबिक चीन द्वारा पूर्व नीतियों में दी गई ढील और आपूर्ति चैनल में सुधार के चलते वर्ष की पहली तिमाही में अच्छा प्रदर्शन देखने को मिला है.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation