संघीय विमानन प्रशासन (एफएए) ने अतंरिक्ष में यान भेजने और उसे चांद पर उतारने हेतु 4 अगस्त 2016 को पहली बार एक निजी अमेरिकी कंपनी को लाइसेंस जारी किया है. कंपनी मून एक्सप्रेस इस यान के प्रक्षेपण और इसे चंद्रमा पर उतारने का काम साल 2017 में करेगी. इस कंपनी के सह-संस्थापक एक भारतीय-अमेरिकी हैं.
- कंपनी के अनुसार अमेरिका के इस अहम नीतिगत फैसले के बाद 'मून एक्सप्रेस' को चांद की सतह पर पहला रोबोटिक शटल भेजने का हक मिल गया है.
- इससे पहले कोई भी निजी कंपनी पृथ्वी की कक्षा से बाहर नहीं भेजा गया है.
- अभी तक बाहरी कक्षा में जो भी अंतरिक्ष यान भेजे गए हैं, वे सरकारी एजेंसियों की ओर से ही भेजे गए हैं.
'मून एक्सप्रेस' के बारे में-
- 'मून एक्सप्रेस' के सह-संस्थापक और अध्यक्ष नवीन जैन हैं.
- 2010 में कंपनी की शुरुआत हुई थी.
- कंपनी की शुरुआत 2010 में अंतरिक्ष मामलों के विशेषज्ञ डॉ. बॉब रिचर्ड्स, नवीन जैन, उद्यमी और कृत्रिम बुद्धिमता व अंतरिक्ष तकनीक के जानकार डॉ. बार्ने पेल ने मिलकर की.
- स्थापना के पीछे इनका साझा उद्देश्य व्यावसयिक अंतरिक्ष खोज और नई जानकारियों में अगुआ बनना है.
- नवीन जैन के अनुसार भविष्य में हम वहां से बहुमूल्य संसाधन, धातु और चांद के पत्थरों को यहां धरती पर लाने का सपना देख सकते हैं.
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