मशहूर अदाकारा शर्मिला टैगोर को लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार प्रदान किया गया. शर्मिला टैगोर को यह पुरस्कार पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की ओर से प्रदान किया गया. एक दौर में अभिनेत्री शर्मिला टैगोर दर्शकों के मध्य ‘सपनों की रानी’ के रुप में जानी जाती थी.
राजधानी के सिरी फोर्ट सभागार में कल शर्मिला को यह पुरस्कार सिनेमा में उनके योगदान के लिए प्रदान किया गया. उन्हें यह पुरस्कार केंद्रीय मंत्री जीतेंद्र सिंह और दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष एवं सांसद मनोज तिवारी के हाथों प्रदान किया गया.
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‘आराधना’ और ‘अमर प्रेम’ शर्मिला टैगोर की सुपरहिट फिल्मों में से हैं. शर्मिला टैगोर के अनुसार ‘‘उनकी यह फिल्में लोगों को बहुत पसंद आयीं लेकिन उन्हें खुद की ‘सफर’ फिल्म सबसे अधिक पसंद हैं. उन्होंने ‘मौसम’ को भी पसंदीदा फिल्म बताया.
पीएचडी चैंबर के अध्यक्ष गोपाल जीवराजका के अनुसार देश-निर्माण हेतु देश में कला, संस्कृति और संगीत इत्यादि को प्रोत्साहन देना भी आवश्यक है. यदि हर क्षेत्र का विकास (ऑलराउंड डेवलपमेंट) नहीं होता है तो काम बहुत नीरस हो जाता है.
शर्मिला टैगोर-
- भारतीय फिल्मों की सशक्त अभिनेत्री शर्मिला ने अपने फिल्मी सफर की शुरुआत वर्ष 1959 से की और कई बांग्ला तथा हिंदी फिल्मों में काम किया.
- शर्मिला टैगोर को दो बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्रदान किया गया.
- साथ ही भारत सरकार ने उन्हें पद्मभूषण सम्मान से भी अलंकृत किया.
- वर्ष 2004 से 2011 के मध्य वह सेंसर बोर्ड की अध्यक्ष रहीं.
- शर्मिला टैगोर का जन्म 8 दिसम्बर 1946 को हैदराबाद, आंध्र प्रदेश, में एक हिंदू बंगाली परिवार में हुआ.
- उनके पिता जितिन्द्र नाथ टैगोर एल्गिन मिल्स के ब्रिटिश इंडिया कंपनी में महाप्रबंधक थे.
- भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान नवाब पटौदी से उनका विवाह हुआ. विवाह के बाद शर्मिला टैगोर ने अपना नाम आयशा सुलतान रख लिया.
पुरस्कार-
शर्मिला टैगोर को विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित किया गया. जिनमे फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार, पद्म भूषण, राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार - सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार, राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार - सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री पुरस्कार, आदि प्रदान किए गए.
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