आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर एयरफोर्स के 17 फाइटर प्लेन्स ने युद्ध अभ्यास किया. जिसके तहत फाइटर प्लेन्स ने टचडाउन किया. सबसे पहले कैरियर एयरक्राफ्ट सुपर हरक्यूलिस की लैंडिंग की गई. इससे गरुड़ कमांडो एक्सप्रेस-वे पर उतरे. हरक्यूलिस ने गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस से उड़ान भरी.
इसके बाद तीन मिराज 2000 फाइटर जेट ने टचडाउन किया. इस ऑपरेशन में जगुआर, सुखोई और एमआई 17 हेलिकॉप्टर भी हिस्सा ले रहे हैं. यह दूसरा अवसर है जब इसी एक्सप्रेस-वे पर फाइटर प्लेन लैंड कर रहे हैं. पिछले साल 21 नवंबर को भी यहां टचडाउन किया गया था. इस एक्सरसाइज का उद्देश्य जंग के हालात में फाइटर प्लेन हेतु रनवे तैयार करना है.
रक्षा मंत्रालय की पीआरओ गार्गी मालिक के अनुसार 3.2 किमी के रनवे पर ये कोई एयर शो नहीं बल्कि यह एयरफोर्स का ऑपरेशन है. कुल 17 विमान रनवे पर उतरेंगे, जो प्रत्येक 25 मिनट के अंतराल पर टचडाउन करेंगे.
फाइटर प्लेन्स की लैंडिंग-
तीन जगुआर विमान ने एक्सप्रेस-वे पर टचडाउन किया. इन युद्धक विमानों ने गोरखपुर एयरबेस से उड़ान भरी.
ग्वालियर एयरबेस से 6 मिराज 3-3 के सेट में उड़ान भरेंगे.
बरेली से सुखोई उड़ान भरकर 3-3 के सेट में 2 बार एक्सप्रेस-वे पर टचडाउन करेगा.
युद्ध अभ्यास के अंत में गरुण कमांडों को हरक्यूलिस सी-130 वापस लेकर जाएगा.
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एक्सप्रेस-वे को बनाया रन वे-
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे को रन वे में परिवर्तित करने हेतु 100 टैंकर पानी से आगरा एक्सप्रेस-वे की धुलाई की गई. छोटे-छोटे सुराख तक को सीमेंट के घोल से भर दिया गया.
रन-वे के दोनों तरफ 100 फीट की फेंसिंग लगाई गई ताकि कोई अंदर न आ सके. बैठने के लिए सोफे, कुर्सियां लगाई गई. एयरफोर्स के अफसरों ने ड्रोन कैमरे के माध्यम से पूरे क्षेत्र की निगरानी भी की.
टच डाउन को देखने हेतु लगभग 1000 लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई. जिसमें एयरफोर्स के अफसर, जिला प्रशासन, वीआईपी और मीडिया के लोग मौजूद रहेंगे.
दूसरी बार होने वाली इस एक्सरसाइज में फाइटर प्लेन 3.2 किमी की एयरस्ट्रिप पर उतरकर 500 मीटर दौड़ उड़ान भरेंगे.
इमरजेंसी में प्रयोग-
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे कुल 302 किमी लंबा है. इसमें 6 लेन हैं. एक्सप्रेस वे पर जिस एरिया में एयर स्ट्रिप बनाई गई है, वह उन्नाव जिले के बांगरमऊ क्षेत्र में आता है. इस एयर स्ट्रिप की लंबाई 3.2 किमी है.
डिफेंस ऑफिशियल्स के अनुसार यह क्षेत्र चीन (डोकलाम बॉर्डर) और पाकिस्तान (राजस्थान से लगे बॉर्डर) की मिसाइल रेंज से बाहर है. इमरजेंसी में फाइटर जेट यहां से आसानी से उड़ान भर सकेंगे.
यूपी में एयर स्ट्रिप वाले 3 एक्सप्रेस-वे -
नोएडा से आगरा के बीच बना यमुना एक्सप्रेस-वे देश का पहला एक्सप्रेस-वे है, जहां एयरफोर्स ने फाइटर प्लेन जगुआर को उतारा.
इसके बाद इसी तरह की एयर स्ट्रिप लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर बनाई गई.
अब लखनऊ से बलिया तक बनने जा रहे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर भी इसी तरह की एयर स्ट्रिप बनाई जाएगी. इसके बन जाने के बाद यूपी में तीन एक्सप्रेस-वे हो जाएंगे, जहां फाइटर प्लेन उतारने की फैसिलिटी होगी.
यूपी में फाइटर प्लेन के एयरबेस-
यूपी में फाइटर जेट्स के लिए इलाहाबाद एयरबेस मुख्य है. इनके अलावा लखनऊ के बीकेटी एयरबेस पर भी मिग फाइटर प्लेन उतरते रहे हैं, लेकिन यहां ट्रांसपोर्ट प्लेन सी 130 को अभी तक नहीं उतारा गया है.
बनारस और गोरखपुर एयरपोर्ट पर भी फाइटर प्लेन को उतारा जा सकता है.
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