संयुक्त राष्ट्र ने पूर्व केंद्रीय मंत्री अनिल माधव दवे को मरणोपरांत ओजोन अवार्ड से सम्मानित किया. कनाडा में आयोजित समारोह में दवे को ये सम्मान ओजोन संरक्षण की दिशा में कुशल राजनीतिक नेतृत्व के लिए प्रदान किया गया.
अनिल माधव दवे के अलावा 4 अन्य भारतीयों को यह सम्मान प्रदान किया गया. इसमें सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट (सीएसई) के उपनिदेशक चंद्र भूषण का नाम भी सम्मिलित है.
अनिल माधव दवे को ‘राजनीतिक नेतृत्व पुरस्कार’ सम्मान मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल की 30 वीं वर्षगांठ पर कनाडा में प्रदान किया गया. दवे ने पिछले साल अक्टूबर में आयोजित रवांडा की राजधानी किगाली में मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल संशोधन में अहम भूमिका निभाई. वहीं चंद्र भूषण को किगाली संशोधन के दौरान नीति और शोध समर्थन देने हेतु ‘पार्टनरशिप अवार्ड’ से सम्मानित किया गया.
अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह रक्षा अभ्यास (डीएएनएक्स-17) संपन्न हुआ
किगाली संशोधन-
- ओजोन संरक्षण की दिशा में हुए इस संशोधन को किगाली संशोधन के नाम से भी जाना जाता है.
- इस संशोधन में ग्लोबल टेंप्रेचर को 2 डिग्री तक कम करने की बात है, जिस पर सभी देशों के मध्य वर्ष 2015 में पेरिस जलवायु सम्मेलन के दौरान आम सहमति बनी. इसका उद्देश्य ग्लोबल वार्मिंग हेतु जिम्मेदार हाइड्रोफ्लोरोकार्बन के प्रयोग को कम करना है. इसका उपयोग फ्रिज एसी और एरोसोल स्प्रे में किया जाता है.
विस्तृत current affairs हेतु यहाँ क्लिक करें
<p class="ad_bookshop"><a rel="nofollow" href="http://testchampion.jagranjosh.com/product/rojgar-samachar-1-15-november-2017-e-book.html? utm_source=jj&utm_medium=sarkarinaukri_detailpage&utm_campaign=615x60_01112017?" target="_blank"><img src="http://www.jagranjosh.com/imported/images/E/Articles/November_hindi.jpg" alt="Rojgar Samachar eBook"></a></p>
Comments
All Comments (0)
Join the conversation